मोहम्मद फाजिल हत्याकांड के आरोपी सुहास शेट्टी की हत्या, शहर में सुरक्षा कड़ी
कर्नाटक के मंगलुरु के पास सुरथकल क्षेत्र में जुलाई 2022 में हुए एक चर्चित हत्या मामले के मुख्य आरोपी और हिंदूवादी संगठनों से कथित रूप से जुड़े सक्रिय कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या ने पूरे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है। घटना की संवेदनशीलता और संभावित सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी है, जो शुक्रवार से 6 मई तक प्रभावी रहेगी।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सुहास शेट्टी की हत्या गुरुवार देर शाम मंगलुरु शहर के बाहरी क्षेत्र बाजपे थाना क्षेत्र के किन्नीपदावु नामक स्थान पर की गई। बताया जा रहा है कि जब वह अपने पांच साथियों संजय, प्रज्वल, अन्वित, लतीश और शशांक के साथ एक कार में सफर कर रहा था, तभी दो वाहनों में सवार करीब छह अज्ञात हमलावरों ने उसकी गाड़ी को रोक लिया और धारदार हथियारों से उस पर अचानक हमला कर दिया।
हमले में गंभीर रूप से घायल शेट्टी को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के तुरंत बाद बड़ी संख्या में लोग अस्पताल के बाहर जमा हो गए, जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलुरु के पुलिस आयुक्त और अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनुपम अग्रवाल ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू करते हुए सार्वजनिक सभाओं, रैलियों, जुलूसों, नारेबाजी और हथियार जैसे वस्तुओं को ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, सुहास शेट्टी का संबंध कई स्थानीय हिंदुत्व संगठनों से था और उसके विरुद्ध विभिन्न आपराधिक मामले दर्ज थे। वह हाल ही में जेल से रिहा हुआ था, जहां वह पहले से दर्ज अपराधों के लिए सजा काट रहा था। 2022 में सुरथकल के 23 वर्षीय मोहम्मद फाजिल की हत्या के मामले में वह मुख्य आरोपी था, जिसने उस समय राज्यभर में खलबली मचा दी थी।
पुलिस का मानना है कि यह हत्या पूरी तरह से सुनियोजित थी। हमलावरों ने न केवल समय और स्थान का चुनाव सोच-समझकर किया, बल्कि वारदात को अंजाम देने के लिए कार और पिकअप जैसे दो अलग-अलग वाहनों का उपयोग किया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि शेट्टी पर हमला अचानक नहीं, बल्कि पूरी तैयारी के साथ किया गया। फिलहाल हत्या का स्पष्ट मकसद सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है, जिसमें निजी रंजिश, आपराधिक प्रतिस्पर्धा और संभावित सांप्रदायिक कारणों की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी कर ली है और तकनीकी साक्ष्यों के अलावा सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीद गवाहों की गवाही और शेट्टी के संपर्क में रहे लोगों से पूछताछ के आधार पर हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। वहीं, पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
इस हत्या की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। यह मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था की दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक संवेदनशील माना जा रहा है।