कांवड़ यात्रा को लेकर सख्ती: दिल्ली में मांस की दुकानों पर रोक का ऐलान

दिल्ली सरकार ने आगामी श्रावण मास के दौरान राजधानी में निकलने वाली कांवड़ यात्रा के मार्गों पर मांस की दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। यह घोषणा दिल्ली के संस्कृति और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने तैयारियों की समीक्षा के दौरान की। उन्होंने कहा कि यह फैसला श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए लिया गया है।


मंत्री कपिल मिश्रा ने बताया कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर संचालित अधिकांश मांस की दुकानें अवैध हैं और धार्मिक आयोजनों के मद्देनज़र इन्हें पूरी तरह बंद किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस संबंध में दिल्ली नगर निगम (MCD) और सरकार का साझा निर्णय है और इस पर किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी। मिश्रा ने कहा, "श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक माहौल को ध्यान में रखते हुए, कांवड़ मार्गों पर मीट की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। अधिकतर दुकानें अवैध हैं और इन्हें हटाया जाएगा।"

11 से 25 जुलाई तक चलेगी कांवड़ यात्रा

श्रावण मास के दौरान 11 से 25 जुलाई तक कांवड़ यात्रा आयोजित की जाएगी। इस पावन अवसर पर हजारों शिवभक्त उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों से हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य तीर्थ स्थलों से गंगाजल लाकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं। बड़ी संख्या में कांवड़िए दिल्ली के रास्तों से गुजरते हैं, जिससे राजधानी में भी धार्मिक माहौल बनता है। 

मंत्री कपिल मिश्रा ने बुधवार को भाजपा विधायकों अजय महावर, तिलक राम गुप्ता, अनिल शर्मा, प्रद्युम्न राजपूत और संजय गोयल के साथ अप्सरा बॉर्डर से करोल बाग तक यात्रा मार्ग और शिविरों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दौरान सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। दिल्ली सरकार का यह कदम हरिद्वार जैसे बड़े तीर्थस्थलों की तर्ज पर श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक भावनाओं के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।  

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