'इस्लाम को पढ़ें, समझें और फिर बोलें': नितेश राणे को कुरान भेज मुस्लिम संगठन का जवाब

राज्य के मंत्री नितेश राणे के विवादास्पद बयानों के खिलाफ मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन ने उन्हें कुरान शरीफ का मराठी अनुवाद डाक के जरिए भेजा है। संगठन से जुड़े मुफ्ती फाजिल ने शुक्रवार (18 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में कहा कि नितेश राणे को कुरान पढ़ने की ज़रूरत है ताकि उन्हें इस्लाम की सही समझ हो सके।


नितेश राणे ने जो कहा इससे उनके स्तर का पता चलत है

मुफ्ती फाजिल ने कहा, “इंसान अपनी जबान के नीचे छुपा होता है। नितेश राणे साहब, आपने जो कहा उससे आपकी सोच और स्तर का पता चलता है। आपको कुरान शरीफ पढ़ने की सख्त ज़रूरत है, जिससे आप जान सकें कि इस्लाम क्या है और इसकी शिक्षाएं क्या हैं।” उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश और मुसलमानों की टोपी-दाढ़ी को लेकर की गई टिप्पणियां शोभा नहीं देतीं। मुफ्ती ने कहा, “आप अच्छे परिवार से हैं, पढ़े-लिखे हैं, लेकिन धर्म के नाम पर बयानबाज़ी करके समाज में नफरत फैलाना निंदनीय है।"

नितेश राणे के विवादित बयान  

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मंत्री नितेश राणे ने एक कार्यक्रम में कहा था कि अज़ान भी मराठी में होनी चाहिए  और मदरसों में बंदूकें मुफ्त मिलती हैं। इससे पहले उन्होंने "मुस्लिम समुदाय को हरा सांप" कहकर भी विवाद खड़ा किया था। मुफ्ती फाजिल ने उम्मीद जताई कि कुरान पढ़ने के बाद नितेश राणे के विचार बदलेंगे। उन्होंने कहा, “कुरान हरेक को दावत देता है। जो इसे पढ़ता है, उसे इस्लाम की हकीकत समझ आती है। कुरान पढ़ने के बाद इंसान ऐसी बातें नहीं कहता।”

मुफ्ती ने कहा कि कुछ लोग बार-बार ऐसे मुद्दे उठाकर सियासत को गर्म रखते हैं, लेकिन यह समाज के लिए नुकसानदेह है। उन्होंने कहा, “दुनिया में सबसे अच्छा इंसान वह होता है जिसकी जबान अच्छी होती है।”

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