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ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

 13 Sep 2022

ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव तमिलनाडु के मध्यमवर्ग मुस्लिम अंसार परिवार में हुआ। इनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था और इनको मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते हैं क्योंकि भारतीय गणतंत्र के 11वें निर्वाचित राष्ट्रपति थे और वैज्ञानिक भी रहे है।

 

कलाम ने देश में वैज्ञानिक और प्रशासनिक विज्ञान के रूप में लगभग 4 दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) तो वहीं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को खास पहचान दिलाने में  बहुत योगदान रहा।

 

एक वैज्ञानिक के रूप में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों और सैन्य मिसाइल के विकास और नई प्रणाली लाने में इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। दूसरी और बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास कार्यक्रमों के कार्यों के लिए भारत में 'मिसाइल मैन' के रूप में कलाम ने देश को ख़ास पहचान दिलाई है।

 

परमाणु परीक्षण के तौर पर1974 में भारत के पहले परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक के रूप में योगदान दिया है।

 

कलाम का राजनीति में आना बहुत सुखःद रहा, दरअसल BJP और कांग्रेस दोनों के एकमत के चलते 2002 में भारत के 11वें निर्वाचित राष्ट्रपति चुने गए और देश की सेवा के रूप में नए आयाम दिए। राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा करने के बाद शिक्षा, लेखन और देश की सार्वजनिक सेवा का जीवन जिया। इनकी इस ख़ासियत के चलते भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त से सम्मानित किया गया।

 

ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम ने 27 जुलाई 2015 को अंतिम सांस ली। दरअसल अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में 'रहने योग्य ग्रह' के कार्यक्रम में सम्बोधन के बीच दिल का दौरा पड़ने की वजह से इनकी मृत्यु हो गई। 15 अक्टूबर 2015 में कलाम 84 साल के होने वाले थे।