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"आसियान शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन | rediff money रिपोर्ट"
23 Oct 2025

मलेशिया में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन में भारत की सक्रिय भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया में आयोजित आसियान (ASEAN) शिखर सम्मेलन में भाग लेते हुए कहा कि भारत क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक स्थिरता और वैश्विक शांति के लिए प्रतिबद्ध है। इस महत्वपूर्ण बैठक की रिपोर्टिंग rediff money सहित कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर की गई, जिसमें भारत की आर्थिक नीति और सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री के साथ शामिल हुए और कई सदस्य देशों के प्रतिनिधियों से द्विपक्षीय मुलाकातें कीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आसियान भारत की “एक्ट ईस्ट नीति” का प्रमुख स्तंभ है और भारत हमेशा से दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को गहरा करने के पक्ष में रहा है। rediff money की रिपोर्ट के अनुसार, मोदी का यह संबोधन भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका को और मजबूत करता है।
क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर जोर
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और आसियान देशों को मिलकर एक मुक्त, समावेशी और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।
मोदी ने यह भी कहा कि भारत, आसियान देशों के साथ समुद्री सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा और व्यापार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है। उनके अनुसार, यह साझेदारी क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देने में सहायक होगी। rediff money ने इसे भारत की विदेश नीति का महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम बताया है, जो आर्थिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर असर डाल सकता है।
आर्थिक साझेदारी और व्यापारिक सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आसियान देशों के साथ आर्थिक और निवेश साझेदारी को मजबूत करना चाहता है। उन्होंने “मेक इन इंडिया” और “डिजिटल इंडिया” अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये पहलें आसियान देशों के लिए भी नई व्यापारिक संभावनाओं का द्वार खोल सकती हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी कई देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से वियतनाम, इंडोनेशिया और सिंगापुर के प्रतिनिधियों से व्यापार, रक्षा और तकनीकी सहयोग पर वार्ता की। rediff money की आर्थिक समीक्षा में बताया गया है कि भारत-आसियान व्यापार में निरंतर वृद्धि हो रही है और यह सहयोग आने वाले वर्षों में और गहराई तक जाएगा।
आसियान देशों ने भारत की भूमिका की सराहना की
सम्मेलन में शामिल कई नेताओं ने भारत की सक्रिय और संतुलित विदेश नीति की सराहना की। आसियान देशों ने यह भी कहा कि भारत, क्षेत्रीय शांति और विकास के लिए एक विश्वसनीय भागीदार है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि भारत के साथ सहयोग से क्षेत्र की आर्थिक और रणनीतिक स्थिति और मज़बूत होगी। साथ ही, उन्होंने जलवायु परिवर्तन और स्थायी विकास के क्षेत्र में भारत के योगदान की भी प्रशंसा की। rediff money की रिपोर्ट के अनुसार, यह साझेदारी भविष्य की आर्थिक स्थिरता और क्षेत्रीय विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
निष्कर्ष
आसियान शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी ने भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच संबंधों को नई ऊर्जा दी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ मिलकर भारत ने यह संदेश दिया कि वह क्षेत्रीय सहयोग, शांति और विकास के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगा। यह सम्मेलन न केवल भारत की “एक्ट ईस्ट नीति” को और मज़बूत बनाता है, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक स्थायी साझेदारी की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। rediff money ने इसे भारत की कूटनीतिक सफलता का प्रतीक बताया, जो भारत की अंतरराष्ट्रीय साख को और ऊंचा करता है।
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