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वाराणसी में पीएम नरेन्‍द्र मोदी के जन्मदिन का जश्न शुरू, मंदिरों में विशेष पूजा और कामनाओं का दौर

 16 Sep 2025

वाराणसी में इस बार भी पीएम नरेन्‍द्र मोदी के जन्मदिन का जश्न परम्पराओं और श्रद्धा की झलक के साथ शुरू हो गया है। उनके लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में मंदिरों में विशेष पूजा‑आरती की गई, भक्तों ने कामनाएँ कीं, और स्थानीय प्रशासन एवं समाजसेवी कार्यों के माध्यम से इस मौके को खास बनाने की तैयारियाँ हुई हैं। यह आयोजन न सिर्फ आध्यात्मिक है बल्कि सामाजिक रूप से जोड़ने वाला भी है, जहाँ लोग सामाजिक सेवा, स्वास्थ्य शिविर और साफ‑सफाई अभियानों के ज़रिये जन्मदिन की खुशी को साझा कर रहे हैं। भगवान की प्रार्थनाएँ, लोक गीत, दुधाभिषेक जैसे पारंपरिक उपक्रम, और युवा‑बुजुर्ग सभी की भागीदारी इस मौके को विशेष बनाती है।


मंदिरों में विशेष पूजा‑आरती और आध्यात्मिक कार्यक्रम


वाराणसी के प्रमुख मंदिरों — जैसे कि काशी विश्वनाथ मंदिर, बाबा काल भैरव, और अन्य स्थानीय मंदिरों — में पीएम नरेन्‍द्र मोदी की लंबी उम्र और देश‑हित के लिए विशेष पूजा‑हवन आयोजित हुए। पुजारियों ने आरती, मंत्रोच्चारण और विशेष भेंट चढ़ाएँ। भक्तों ने दुधाभिषेक, गंगा पूजन, दीप प्रज्वलन जैसे संस्कारों के साथ “प्रसाद” का वितरण किया। इन पूजा कार्यक्रमों में स्थानीय जनता, मंदिर ट्रस्ट, व धार्मिक संगठन भारी मात्रा में शामिल हुए। मंदिरों की साफ‑सफाई और सजावट विशेष रूप से की गई, फूलों की रचनाएं व रंगोली बनाई गईं। पीएम नरेन्‍द्र मोदी के जन्मदिन पर सभी मंदिरों के पुजारियों ने प्रार्थना की कि वह सदैव स्वस्थ रहें और देश को नई ऊँचाइयाँ मिलें।

सामाजिक कार्य और जनकल्याण पहल


इस जन्मदिन को सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि समाज सेवा की प्रतिबद्धता के रूप में भी देखा गया है। वाराणसी में विभिन्न रक्तदान शिविर आयोजित किये गए, जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र वितरित किये गए, अस्पतालों और वृद्धाश्रमों में दवाइयों का इंतजाम किया गया। सार्वजनिक स्थलों, ghats और गलियों की सफाई की गई, विशेष रूप से गंगा तटों पर गंदगी हटाने, पौधे लगाने आदि अभियानों के माध्यम से। इस तरह के पहल यह दिखाती हैं कि जन्मदिन की भावना सिर्फ व्यक्तिगत सम्मान की नहीं बल्कि समाज की सेवा की है। पीएम नरेन्‍द्र मोदी के समर्थक और स्थानीय प्रशासन इस तरह की गतिविधियों को इसीलिए महत्व देते हैं कि यह लोगों के दिलों में सकारात्मक भाव पैदा करे।

कामनाएँ, कार्यक्रमों की विविधता और सार्वजनिक भागीदारी


जन्मदिन पर कामनाएँ देना और शुभकामनाएँ भेजना एक सामान्य परंपरा है, लेकिन वाराणसी में इस बार यह कामनाएँ विभिन्न स्तरों पर व्यक्त की गईं — राजनीतिक नेतृत्व से लेकर आम जनता तक। स्कूलों, कॉलेजों में छात्रों ने कविताएँ‑भजन प्रस्तुत किए, युवा‑संघों ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किए, और सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई। पीएम नरेन्‍द्र मोदी के समर्थकों ने #HappyBirthdayModi जैसे हैशटैग्स चलाये, और कार्यकर्ता मोर्चे पर केक काटने, मिठाइयाँ बाँटने जैसे छोटे‑बड़े आयोजनों का हिस्सा बने। वाराणसी की गलियों से लेकर घाटों तक दीप प्रज्ज्वलन हुआ, भजन‑कीर्तन हुआ, और भक्तों ने मंदिरों के बाहर कतारों में खड़े होकर दर्शन और आशीर्वाद पाने की इच्छा जताई।