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'हरसंभव मदद करेंगे': निमिषा प्रिया पर MEA का बयान, रूसी तेल पर NATO को भी दिया जवाब
17 Jul 2025

यमन में फांसी की सजा का सामना कर रहीं भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में भारत सरकार ने अपनी गंभीरता दोहराई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को बताया, "भारत सरकार निमिषा प्रिया की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराई गई है और उनके परिवार की ओर से एक वकील भी नियुक्त किया गया है।"
निमिषा प्रिया पर क्या बोला विदेश मंत्रालय?
रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत स्थानीय अधिकारियों और पीड़ित परिवार के साथ लगातार संपर्क में है ताकि मामले का मानवीय समाधान निकल सके।
"हमने हाल के दिनों में यह प्रयास किया है कि पीड़ित परिवार को पर्याप्त समय मिले ताकि वे दूसरी पार्टी के साथ किसी आपसी सहमति पर पहुंच सकें। सरकार इस मामले पर करीबी नजर बनाए हुए है और कुछ मित्र देशों से भी बातचीत कर रही है।"
नाटो प्रमुख की टिप्पणी पर भारत का जवाब
नाटो महासचिव मार्क रुटे के उस बयान पर भी भारत ने प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस से तेल खरीदने वाले देशों को सेकंडरी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
इस पर विदेश मंत्रालय ने दो टूक कहा कि भारत की प्राथमिकता अपने नागरिकों की ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करना है।
प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने इस विषय पर आई रिपोर्ट्स को देखा है और घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि भारत के लोगों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हमारी नीतियां वैश्विक परिस्थितियों और बाज़ार में उपलब्ध विकल्पों को ध्यान में रखकर बनाई जाती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे पर कोई दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जाना चाहिए, और भारत की ऊर्जा नीति उसके राष्ट्रीय हितों के अनुरूप बनी रहेगी।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर भी विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी। प्रवक्ता ने बताया, “यह ऐसा विषय है जिस पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है। जब किसी निष्कर्ष पर पहुँचा जाएगा, तो हम इसकी जानकारी साझा करेंगे।” प्रवक्ता ने यह भी बताया कि 20 जनवरी 2025 से लेकर अब तक अमेरिका से 1,563 भारतीय नागरिक वापस भारत भेजे गए हैं। इनमें से अधिकांश लोगों की वापसी व्यावसायिक उड़ानों के माध्यम से हुई है।