कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में ‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार देश के संविधान से ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ जैसे मौलिक शब्दों को हटाने की कोशिश कर रही है।
खड़गे ने कहा कि अगर दलित, आदिवासी और वंचित समुदाय अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष नहीं करेंगे, तो भाजपा उनके वोट से लेकर जमीन तक सब कुछ छीन लेगी। उन्होंने कहा, “ओडिशा में भाजपा समर्थक खुलेआम दलितों और सरकारी अधिकारियों पर हमले कर रहे हैं। यदि समय रहते इन समुदायों ने अपनी आवाज बुलंद नहीं की, तो उनके अधिकार खत्म कर दिए जाएंगे।”
संवैधानिक संस्थाएं भाजपा के नियंत्रण में – मल्लिकार्जुन खड़गे
अपने संबोधन में खड़गे ने ओडिशा के विकास में कांग्रेस शासन के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय पारादीप पोर्ट, राउरकेला स्टील प्लांट, हीराकुंड डैम, नाल्को, एनटीपीसी, चिल्का नेवल एकेडमी, मंचेश्वर रेल कोच फैक्ट्री और कोरापुट की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री जैसे कई संस्थान स्थापित किए गए।
इसके अलावा, कांग्रेस सरकार ने AIIMS भुवनेश्वर, NISER, इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स और KBK (कालाहांडी, बोलांगीर, कोरापुट) क्षेत्र के लिए विशेष विकास योजनाएं शुरू कीं, जिससे राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को मजबूती मिली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए खड़गे ने कहा, “आज मोदी सरकार ओडिशा की जनता की मेहनत की कमाई को अपने अरबपति दोस्तों के हवाले कर रही है। खदानें, कारखाने, बंदरगाह, एयरपोर्ट, जंगल और ज़मीन— सब कुछ बेच दिया गया है। जहां राज्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, वहां के आदिवासी आज भी घोर गरीबी में क्यों हैं?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि देश की संवैधानिक संस्थाएं अब भाजपा के नियंत्रण में हैं। “ED, CBI, चुनाव आयोग जैसे संस्थान संविधान के तहत नहीं, मोदी-शाह की मर्जी से काम कर रहे हैं,” उन्होंने कहा। खड़गे ने बिहार का उदाहरण देते हुए दावा किया कि “वहां चुनाव से पहले ही गरीबों और वंचितों के वोट छीन लिए गए।” खड़गे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा सिर्फ प्रचार करती है, जमीनी काम कुछ नहीं। ओडिशा में आज भी जो कुछ दिखाई देता है, वह कांग्रेस के कार्यकाल की देन है। भाजपा सरकार ने जो था, उसे भी बेच दिया।”