इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 सीजन से जुड़े टिकट घोटाले में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के अध्यक्ष ए. जगन मोहन राव को बुधवार को तेलंगाना CID ने गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ HCA के चार वरिष्ठ अधिकारियों - कोषाध्यक्ष सी. श्रीनिवास राव, CEO सुनील कांते, महासचिव राजेंद्र यादव और उनकी पत्नी जी. कविता को भी हिरासत में लिया गया है।
यह कार्रवाई तेलंगाना क्रिकेट एसोसिएशन (TCA) के महासचिव धरम गुराव रेड्डी की शिकायत के बाद हुई। IPL टिकट घोटाले में नि:शुल्क टिकट वितरण में धोखाधड़ी, आर्थिक अनियमितता और दबाव डालने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
शिकायत में आरोप है कि जगन मोहन राव ने HCA चुनाव लड़ने के लिए जाली दस्तावेज पेश किए थे। इसके आधार पर CID ने IPC की धाराएं 465, 468, 471, 403, 409, 420 और 34 के तहत केस दर्ज किया है।
IPL टिकट घोटाले का एक अहम पहलू HCA
IPL टिकट घोटाले का एक अहम पहलू HCA और IPL फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के बीच टिकट आवंटन को लेकर विवाद है। त्रिपक्षीय समझौते के तहत HCA को स्टेडियम की कुल क्षमता का 10% यानी 3,900 कॉम्प्लिमेंट्री पास दिए जाने थे। लेकिन HCA अधिकारियों ने अतिरिक्त 10% टिकटों की मांग की, जिसे SRH ने ठुकरा दिया।
SRH ने आरोप लगाया कि 27 मार्च को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच से पहले राव ने कॉर्पोरेट बॉक्स बंद करवा दिया और 20 अतिरिक्त पास की मांग की। SRH ने इसे ब्लैकमेलिंग बताया और BCCI व IPL गवर्निंग काउंसिल से इसकी शिकायत की।
विवाद इतना बढ़ गया कि SRH ने चेतावनी दी कि यदि दबाव जारी रहा, तो वे अपने घरेलू मुकाबले दूसरे राज्य में आयोजित करेंगे। इसके बाद HCA के सचिव आर. देवराज ने SRH अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति संभालने की कोशिश की। दोनों पक्षों ने बैठक के बाद त्रिपक्षीय समझौते का पालन करने पर सहमति जताई। SRH के CEO षणमुगम के साथ चर्चा के बाद तय हुआ कि HCA को पहले की तरह 3,900 पास दिए जाएंगे। संयुक्त बयान में कहा गया, “HCA और SRH, राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में दर्शकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सौहार्दपूर्ण सहयोग के साथ काम करेंगे।”