अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे की जांच तेज़ी से आगे बढ़ रही है। इस मामले की पड़ताल कर रहे विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य संबंधित अधिकारियों को सौंप दी है। यह रिपोर्ट हादसे के शुरुआती विश्लेषण और तकनीकी सूचनाओं पर आधारित है, जो अब तक की जांच में सामने आई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, AI-171 विमान दुर्घटना पर तैयार की गई यह रिपोर्ट हादसे के संभावित कारणों, तकनीकी विफलताओं और पायलट की प्रतिक्रिया जैसे पहलुओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। हालांकि यह फाइनल रिपोर्ट नहीं है, लेकिन इसमें हादसे के कई संभावित कारणों की ओर इशारा किया गया है।
AAIB की जांच टीम ने दुर्घटना के कुछ ही दिनों बाद ब्लैक बॉक्स यानी कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) दोनों को घटनास्थल से बरामद कर लिया था।
CVR को 13 जून को एक क्षतिग्रस्त इमारत की छत से सुरक्षित निकाला गया था,
जबकि FDR को 16 जून को विमान के मलबे से खोजा गया।
इन उपकरणों को सुरक्षित तरीके से विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत हैंडल किया गया और उनके विश्लेषण के लिए विशेषज्ञ प्रयोगशालाओं में भेजा गया। शुरुआती संकेतों से पता चला है कि हादसे के समय पायलट और को-पायलट के बीच संचार सामान्य नहीं था और विमान के तकनीकी सिस्टम में कुछ गंभीर असामान्यताएं दर्ज हुई थीं।
गौरतलब है कि एअर इंडिया की यह इंटरनेशनल फ्लाइट AI-171, जो लंदन के लिए रवाना हुई थी, उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद तकनीकी खराबी का शिकार हो गई और अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस भयावह हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के लगभग सभी सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई, इस हादसे में एक व्यक्ति जीवित बचा था। जमीन पर मौजूद 29 अन्य लोग भी इस दुर्घटना का शिकार हो गए, जिससे कुल 270 लोगों की जान चली गई। यह हाल के वर्षों में भारत में हुआ सबसे बड़ा विमान हादसा माना जा रहा है।