बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सभी प्रमुख राजनीतिक दल मतदाताओं को साधने की कोशिशों में जुट गए हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने वक्फ अधिनियम में संशोधन के विरोध में पटना के गांधी मैदान में आयोजित 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' रैली में हिस्सा लिया। रैली के दौरान तेजस्वी ने केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन कानून पर तीखी टिप्पणी की, जिसके जवाब में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार किया।
गौरव भाटिया ने तेजस्वी यादव पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा,
“देश को इस्लामिक मुल्क बनाने का प्रयास हो रहा है। ये लोग शरिया कानून लागू करना चाहते हैं। तेजस्वी यादव संविधान को जानते नहीं हैं। उनके लिए राजनीति धर्म के आधार पर चलती है, जबकि हमारे लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर पूजनीय हैं।”
भाटिया ने आरोप लगाया कि जिस मंच से तेजस्वी ने भाषण दिया, वहां शरिया कानून की बात की जा रही थी। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो बिहार जरूर आएंगे, लेकिन शरिया चाहने वाले पाकिस्तान चले जाएं।”
भाटिया ने तेजस्वी यादव की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठाते हुए कहा,
“नौवीं फेल पूर्व उपमुख्यमंत्री भारत के संसद से पारित कानून को कूड़ेदान में फेंकने की बात करते हैं। ये लोग नमाजवादी हैं, जो संविधान का सम्मान नहीं करते।”
रविवार को गांधी मैदान की रैली में तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर बिहार में विपक्षी गठबंधन की सरकार बनती है, तो नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाया गया वक्फ अधिनियम रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ बताया और कहा कि यह कानून संविधान विरोधी है।