शुक्रवार को मदुरै के लिए उड़ान भरने वाले एक निजी एयरलाइन के विमान में उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आ गई, जिससे उसे आपात स्थिति में चेन्नई लौटना पड़ा। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, इंडिगो एयरलाइंस की यह उड़ान लगभग 30 मिनट तक हवा में रही, जब पायलट ने तकनीकी गड़बड़ी का पता लगाकर चेन्नई हवाई अड्डे पर वापसी की अनुमति मांगी।
विमान में कुल 68 यात्री सवार थे, जिन्हें सुरक्षित रूप से उतार लिया गया। हालांकि, इस घटना पर इंडिगो की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है।
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी इंडिगो की कई उड़ानों में तकनीकी दिक्कतें सामने आ चुकी हैं। बुधवार को दिल्ली से रायपुर पहुंची इंडिगो की फ्लाइट 6E-6313 के यात्रियों को लैंडिंग के बाद विमान के भीतर करीब 40 मिनट तक फंसे रहना पड़ा। दरअसल, तकनीकी गड़बड़ी के चलते विमान का दरवाज़ा नहीं खुल पाया। फ्लाइट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रायपुर की महापौर मीनल चौबे भी सवार थीं।
17 जून को कोच्चि से दिल्ली जा रहे इंडिगो के विमान 6E-2706 को एक धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद नागपुर में आपात लैंडिंग करानी पड़ी। विमान में 157 यात्री और छह क्रू सदस्य सवार थे। यह फ्लाइट मस्कट से कोच्चि होते हुए दिल्ली जा रही थी और सुबह 9:31 बजे उड़ान भरने के बाद 11:54 बजे नागपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारी गई।
इसके अतिरिक्त, 16 जून को गोवा से लखनऊ जा रही फ्लाइट 6E-6811 को टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। इंडिगो एयरलाइन ने बयान जारी कर बताया कि मानसूनी मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण यह हलचल हुई, लेकिन पायलटों और केबिन क्रू ने तय प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की और विमान को सुरक्षित उतारा।