अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे पर सरकार ने विस्तृत जानकारी दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि पेरिस से दिल्ली और फिर दिल्ली से अहमदाबाद तक विमान ने बिना किसी तकनीकी दिक्कत के उड़ान भरी थी। 12 जून को दोपहर करीब 2 बजे हादसे की सूचना मिली। इसके पहले, दोपहर 1:39 पर पायलट ने "मेडे" का आपातकालीन सिग्नल दिया, जो किसी भी विमान के लिए सबसे गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "पिछले दो दिन पूरे देश के लिए अत्यंत कठिन और हृदयविदारक रहे हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुई इस दुर्घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया। हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं स्वयं घटनास्थल पर गया और देखा कि सभी विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे थे। हमारी पहली प्राथमिकता आग पर काबू पाना और मलबे में फंसे शवों को निकालकर अस्पताल पहुंचाना थी।"
उन्होंने आगे बताया कि इस हादसे की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जा रही है। घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है, जो हादसे की असल वजहों को उजागर करने में मदद करेगा। "हमें उम्मीद है कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से दुर्घटना के दौरान या उससे पहले हुई सभी घटनाओं की सटीक जानकारी मिलेगी। हम जांच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं," मंत्री ने कहा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने हादसे की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया, "हादसे की सूचना दोपहर करीब 2 बजे मिली। यह एयर इंडिया का विमान एआईसी 171 था, जो अहमदाबाद से गैटविक, लंदन जा रहा था। विमान में 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री, 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर शामिल थे। विमान ने दोपहर 1:39 पर उड़ान भरी थी और केवल कुछ सेकंड में 650 फीट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद गिरने लगा। ठीक उसी समय पायलट ने "मेडे" सिग्नल दिया, लेकिन एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को उससे कोई उत्तर नहीं मिला। एक मिनट के भीतर विमान मेधानीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह जगह एयरपोर्ट से केवल 2 किमी की दूरी पर स्थित है।"
उन्होंने आगे बताया कि विमान के कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव सुंदर संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। हादसे से पहले यह विमान पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद सेक्टर की उड़ानें पूरी तरह से बिना किसी बाधा के पूरी कर चुका था।
दुर्घटना के कारण दोपहर 2:30 बजे अहमदाबाद रनवे को बंद कर दिया गया था। सभी प्रोटोकॉल पूरे करने और मलबा साफ होने के बाद, शाम 5 बजे से रनवे को सीमित उड़ानों के लिए फिर से खोला गया।
मंत्री ने बताया कि सरकार इस हादसे को लेकर पूरी गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में विमान के इंजन फेल होने, तकनीकी खामियों और किसी संभावित मानवीय चूक के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। दुर्घटना की वजह से विमानन सुरक्षा से जुड़े कई सवाल उठे हैं। सरकार ने एटीसी, डीजीसीए और अन्य संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी है।
इस हादसे ने एयरलाइन इंडस्ट्री और विमानन सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर नई बहस छेड़ दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह भी कहा कि यात्रियों और उनके परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में सख्त कदम उठाए जाएंगे।