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अहमदाबाद प्लेन क्रैश: घटना को लेकर बाबा रामदेव ने ‘तुर्की’ पर किया शक

 14 Jun 2025

अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे को लेकर विस्तृत जांच शुरू हो गई है, जिसमें कई राष्ट्रीय और स्थानीय एजेंसियां शामिल हैं। इस घटना पर योग गुरु बाबा रामदेव ने गहरी चिंता व्यक्त की है और इसे संभावित साजिश बताते हुए इस पहलू की गहन पड़ताल की मांग की है। बाबा रामदेव का संदेह है कि तुर्की, जो इन दिनों पाकिस्तान का करीबी सहयोगी है, इस दुर्घटना के पीछे हो सकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान में किए गए "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद तुर्की के साथ भारत के संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं, और संभव है कि इस हादसे के माध्यम से बदला लेने की कोशिश की गई हो। शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, "इस विमान हादसे के पीछे संभावित साजिश को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। मुझे जानकारी मिली है कि तुर्की की एक एजेंसी इस विमान की मेंटिनेंस करती थी। 


अब सवाल यह है कि क्या इस एजेंसी ने जानबूझकर कोई गड़बड़ी की? हालांकि, यह भी सच है कि इस एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट दो महीने पहले खत्म हो चुका था, फिर भी हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। भारत को ऐसे संवेदनशील मामलों में विदेशी एजेंसियों और व्यक्तियों के हस्तक्षेप को पूरी तरह खत्म करना होगा।" गुरुवार को लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, में 242 लोग सवार थे। विमान ने अहमदाबाद से उड़ान भरी थी, लेकिन टेकऑफ के कुछ ही मिनटों के भीतर यह मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर क्रैश हो गया। इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री किसी तरह जीवित बच पाया। यह हादसा सुरक्षा विशेषज्ञों और विमानन उद्योग के विशेषज्ञों के लिए भी एक रहस्य बन गया है, क्योंकि टेकऑफ के एक मिनट के भीतर दोनों इंजन एक साथ कैसे फेल हो गए, यह सामान्य स्थिति नहीं है। हादसे के पीछे तकनीकी खराबी, मानवीय त्रुटि या किसी तरह की साजिश की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस घटना की जांच में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), DGCA, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच, स्थानीय पुलिस और अन्य एजेंसियां सक्रिय रूप से शामिल हैं। 

यहां तक कि एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के अधिकारियों ने भी मेघाणीनगर में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। जांच का मुख्य उद्देश्य इस बात का पता लगाना है कि क्या यह हादसा तकनीकी खराबी का नतीजा था, या इसके पीछे कोई मानवीय भूल, मेंटिनेंस में गड़बड़ी या साजिश जैसी वजह थी। इसके साथ ही, हादसे के शिकार हुए लोगों और उनके परिवार वालों को न्याय दिलाने और इस तरह की घटनाओं से भविष्य में बचने के लिए सरकार और संबंधित एजेंसियां हर पहलू पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।