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‘अक्सर कुछ गलत हो जाता है’ – यूनुस ने भारत-बांग्लादेश रिश्तों में तनाव की बताई वजह

 12 Jun 2025

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने कहा है कि उनका देश भारत के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है, लेकिन "हर बार कुछ न कुछ गलत हो जाता है", जिससे द्विपक्षीय संबंधों में खटास आ जाती है। बुधवार को लंदन स्थित प्रतिष्ठित थिंक टैंक ‘चाथम हाउस’ में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम के दौरान यूनुस ने थिंक टैंक की निदेशक ब्रोनवेन मैडॉक्स के साथ चर्चा में भारत-बांग्लादेश संबंधों, लोकतांत्रिक रोडमैप और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण जैसे संवेदनशील विषयों पर बेबाकी से राय रखी।


यूनुस ने कहा, “हम भारत के साथ बेहतरीन संबंध बनाना चाहते हैं। वह हमारा पड़ोसी है और हम यह नहीं चाहते कि आपसी रिश्तों में कोई मूलभूत समस्या उत्पन्न हो। हमने जो राजनयिक नोट जारी किया है, वह प्रक्रिया का हिस्सा है। हम चाहते हैं कि यह पूरा मामला कानूनी रूप से और उचित प्रक्रिया के तहत सुलझे।”

मुख्य सलाहकार ने द्विपक्षीय संवाद में बाधा बनने वाले तत्वों की चर्चा करते हुए कहा, “हर बार जब भी कोई गलतफहमी होती है, तो उसका कारण अक्सर भारतीय मीडिया में फैली फर्जी खबरें होती हैं। कई बार यह गलत सूचनाएं शीर्ष नीति-निर्माताओं से जोड़ दी जाती हैं, जिससे बांग्लादेश में गहरी नाराज़गी पैदा होती है।” उन्होंने कहा कि बांग्लादेश लगातार इस "गुस्से और गलतफहमी के चक्रव्यूह" से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है। यूनुस ने कहा, “हमारा सबसे बड़ा प्रयास यही है कि हम एक शांतिपूर्ण, स्थिर और लोकतांत्रिक जीवन जी सकें – ऐसा जीवन जैसा हमने अपने देशवासियों के लिए सपना देखा है।”

भारत की भूमिका को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यूनुस ने कहा कि बांग्लादेशी जनता का गुस्सा अब भारत की ओर स्थानांतरित हो गया है, क्योंकि शेख हसीना वहां मौजूद हैं और वहीं से सोशल मीडिया के ज़रिए बयानबाज़ी कर रही हैं। यूनुस ने बताया कि इस मुद्दे को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष भी उठाया। उन्होंने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री मोदी से सिर्फ इतना कहा कि मैं आपकी मेहमानवाजी के निर्णय को चुनौती नहीं दे रहा, लेकिन कृपया यह सुनिश्चित करें कि वह बांग्लादेशी जनता को सोशल मीडिया के माध्यम से उस अंदाज़ में संबोधित न करें जिससे वे आक्रोशित हो जाएं।” यूनुस के अनुसार, इस पर पीएम मोदी ने कहा कि हसीना की सोशल मीडिया गतिविधियों को नियंत्रित करना संभव नहीं है।

जब यूनुस से पूछा गया कि क्या वे भविष्य में किसी निर्वाचित सरकार का हिस्सा बनने पर विचार कर रहे हैं, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “बिल्कुल नहीं।” शेख हसीना को पिछले वर्ष 5 अगस्त को छात्र आंदोलन और व्यापक विरोध प्रदर्शनों के चलते पद से हटना पड़ा था। इसके बाद उन्हें देश छोड़ना पड़ा और उन पर कई आपराधिक मामले दर्ज हुए। तभी से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। गौरतलब है कि यूनुस ने अगस्त 2024 में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभाला था। उन्होंने पिछले सप्ताह घोषणा की कि 2026 में आम चुनाव कराए जाएंगे।