Article

यह सिर्फ भारत-पाक का मामला नहीं... जयशंकर ने लादेन का हवाला देकर दुनिया को किया सतर्क

 11 Jun 2025

भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ब्रसेल्स दौरे के दौरान यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख काजा कैलास से महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस बैठक के दौरान उन्होंने भारत की वैश्विक भूमिका, रणनीतिक दृष्टिकोण और समकालीन भू-राजनीतिक मुद्दों पर भारत की स्थिति स्पष्ट रूप से रखी।


जयशंकर ने बातचीत में आतंकवाद की वैश्विक चुनौती को रेखांकित करते हुए कहा, “मैं आपको एक बात याद दिलाना चाहता हूं—ओसामा बिन लादेन नाम का एक व्यक्ति वर्षों तक पाकिस्तान के एक शहर में सुरक्षित रहा। यह सिर्फ भारत और पाकिस्तान का मुद्दा नहीं है। आतंकवाद अंततः सभी को प्रभावित करता है।” उन्होंने वैश्विक समुदाय से इस खतरे को संकीर्ण दायरे में न देखने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन की सराहना भी की।

यूरोपीय संघ-भारत मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर चल रही वार्ताओं के संदर्भ में जयशंकर ने भारत को एक भरोसेमंद और दीर्घकालिक आर्थिक सहयोगी के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “भारत एक 1.4 अरब की आबादी वाला देश है जो चीन की तुलना में अधिक कुशल श्रमबल और भरोसेमंद साझेदारी प्रदान करता है। हम विश्वसनीयता और स्थिरता के प्रतीक हैं।”

रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत की स्थिति पर विदेश मंत्री ने कहा कि भारत संघर्ष समाधान में युद्ध को माध्यम नहीं मानता। उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि युद्ध से समाधान नहीं निकलते। भारत निर्देशात्मक नहीं है, न ही निर्णायक, लेकिन हम स्पष्ट रूप से युद्ध में विश्वास नहीं रखते।" रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों में शामिल न होने को लेकर की जा रही आलोचनाओं के संदर्भ में जयशंकर ने भारत की संतुलित नीति को उचित ठहराया। उन्होंने कहा, “हमारे यूक्रेन के साथ भी मजबूत संबंध हैं। यह केवल रूस के बारे में नहीं है। हर देश अपने ऐतिहासिक अनुभव, रणनीतिक हित और प्राथमिकताओं के आधार पर निर्णय लेता है।”

डोनाल्ड ट्रंप को लेकर पूछे गए सवाल पर जयशंकर ने सतर्क और संतुलित जवाब देते हुए कहा, “मैं दुनिया को वैसे ही लेता हूं जैसी वह है। हमारा उद्देश्य हर उस रिश्ते को आगे बढ़ाना है जो हमारे हितों की पूर्ति करता है। अमेरिका के साथ हमारे संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं। यह किसी एक व्यक्ति या राष्ट्रपति की बात नहीं है।”