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रूस ने दागे 479 ड्रोन, यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हमला, 460 मार गिराने का दावा

 10 Jun 2025

यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने युद्ध की शुरुआत के बाद से अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है, जिसमें रातभर में रिकॉर्ड 479 ड्रोन यूक्रेनी क्षेत्र में दागे गए। यूक्रेनी वायु सेना का दावा है कि उसने इनमें से 460 ड्रोन सफलतापूर्वक मार गिराए। इसके साथ ही, रूस द्वारा दागी गई 20 क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों में से 19 को भी निष्क्रिय कर दिया गया। यह हमला यूक्रेन के हवाई अड्डों पर हाल में हुए हमलों के बदले के तौर पर देखा जा रहा है।



हालात की गंभीरता को देखते हुए, पड़ोसी देश पोलैंड ने अपने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए तत्काल युद्धक विमान तैनात कर दिए। पोलैंड की ऑपरेशनल कमान ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी कि यूक्रेनी क्षेत्र में रूसी संघ द्वारा व्यापक स्तर पर किए गए हवाई हमलों के कारण, पॉलिश और नाटो सहयोगी लड़ाकू विमानों ने सोमवार सुबह से ही पॉलिश वायु क्षेत्र में गश्त शुरू कर दी है।


रूस की ओर से यह आक्रामक कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब संघर्षविराम और शांति वार्ता की संभावनाएं ठंडी पड़ चुकी हैं। बीते कुछ हफ्तों में मॉस्को ने यूक्रेन पर हमलों की तीव्रता को लगातार बढ़ाया है। ड्रोन हमलों का यह सिलसिला ऐसे समय में आया है जब पश्चिमी देश यूक्रेन को अधिक सैन्य सहायता और हथियार उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं। इस हमले के जवाब में यूक्रेनी बलों ने भी एक अहम पलटवार किया। उन्होंने रूस में स्थित एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी को निशाना बनाया, जो कथित तौर पर रूसी सेना के लिए ड्रोन, गाइडेड बम और अन्य सटीक हथियारों के लिए नेविगेशन सिस्टम का उत्पादन कर रही थी। यह पलटवार यूक्रेन की जवाबी क्षमता और रणनीतिक सटीकता को दर्शाता है।


गौरतलब है कि रूस अक्सर अपने हमले रात के अंधेरे में करता है, ताकि ड्रोन और मिसाइलों की पहचान करना मुश्किल हो जाए। विशेष रूप से "शाहिद" ड्रोन का इस्तेमाल नागरिक इलाकों पर हमलों के लिए किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, इस युद्ध की शुरुआत से अब तक 12,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिक इन हमलों में मारे जा चुके हैं। हालांकि, रूस का दावा है कि वह केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। जैसे-जैसे यह युद्ध चौथे वर्ष की ओर बढ़ रहा है, दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंचता जा रहा है। हालात स्पष्ट संकेत देते हैं कि आने वाले दिनों में यह संघर्ष और भी हिंसक रूप ले सकता है।