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शशि थरूर का पाकिस्तान को कड़ा संदेश – ‘पहले आतंकवाद खत्म करें, फिर बात होगी’
04 Jun 2025

कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने एक बार फिर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संवाद की बाधा भाषा नहीं, बल्कि आतंकवाद को लेकर साझा दृष्टिकोण की कमी है। थरूर ने जोर देकर कहा कि जब तक पाकिस्तान अपने देश में मौजूद आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करता, तब तक सार्थक बातचीत संभव नहीं है।
ब्राजील में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थरूर ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि उनकी टीम ने भारत का स्पष्ट संदेश अमेरिकी महाद्वीप के देशों तक पहुंचाया है, खासकर उन देशों तक जिन्हें भारत की स्थिति को लेकर कुछ भ्रांतियां हो सकती हैं।
थरूर ने कहा, "अगर पाकिस्तान वाकई उतना ही निर्दोष है जितना वह दावा करता है, तो फिर उसके देश में आतंकवादियों को पनाह क्यों मिलती है? वे खुलेआम प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं, लोगों को कट्टर बना रहे हैं, हथियारों का प्रशिक्षण दे रहे हैं। आखिर उन्हें यह सब करने की छूट कैसे मिल जाती है?"
शशि थरूर ने स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत से नहीं भाग रहा है, लेकिन पहले उसे अपने देश में फैले आतंकवाद के नेटवर्क पर शिकंजा कसना होगा। उन्होंने कहा, "हम पाकिस्तान से हिंदी, पंजाबी या अंग्रेज़ी किसी भी भाषा में बात कर सकते हैं। लेकिन बात तब ही सार्थक होगी जब शांति के लिए साझा दृष्टिकोण सामने आए।"
थरूर ने दो टूक कहा, "हम विकास चाहते हैं, शांति चाहते हैं। लेकिन पाकिस्तान हमें चैन से नहीं रहने देना चाहता। वह हमें परेशान और कमजोर करने में लगा हुआ है।"
शशि थरूर ने बताया कि उनका प्रतिनिधिमंडल अब तक गुयाना, पनामा, कोलंबिया और ब्राज़ील की यात्रा कर चुका है। उन्होंने कहा कि इन सभी देशों में भारत ने आतंकवाद और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर अपनी बात बेहद स्पष्ट और प्रभावशाली तरीके से रखी।
थरूर ने कोलंबिया का विशेष रूप से ज़िक्र करते हुए कहा, “मैं यह दावा नहीं करूंगा कि हमने कोई असाधारण उपलब्धि हासिल की है, क्योंकि सफलता का मूल्यांकन दूसरों को करना चाहिए। लेकिन इतना ज़रूर कहूंगा कि हमने अपनी बात साफ़-साफ़ और मजबूती से हर मंच पर रखी है, यहां तक कि उन देशों में भी, जहां कुछ गलतफहमियां हो सकती थीं।”