केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि भारत की सुरक्षा और सीमाओं की रक्षा के इतिहास में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। वह अहमदाबाद के नारनपुरा इलाके में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां अहमदाबाद नगर निगम द्वारा 1,550 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया। इन परियोजनाओं में नारनपुरा के पल्लव चौराहे पर 132 फीट रिंग रोड पर बनने वाला एक महत्वपूर्ण ओवरब्रिज भी शामिल है।
शाह ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति, भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और खुफिया एजेंसियों की सटीक सूचना प्रणाली को दिया।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया के सामने यह सच्चाई उजागर कर दी कि पाकिस्तान में आतंकवादियों को संरक्षण दिया जाता है।”
शाह ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा, “जो देश बार-बार कहता था कि उसकी सरज़मीं पर आतंकवाद नहीं है, वही देश अब आतंकियों के जनाजे में अपने सैन्य अधिकारियों को शामिल होते देख रहा है। इससे पाकिस्तान, उसकी सेना और आतंक के गठजोड़ की पोल दुनिया के सामने खुल गई।”
उन्होंने बताया कि हमले के बाद पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी नमाज अदा करने के लिए मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में पहुंचे, जिससे यह सिद्ध हो गया कि पाकिस्तान न केवल आतंकियों को शरण देता है, बल्कि उन्हें समर्थन भी देता है।
शाह ने ऑपरेशन में ब्रह्मोस मिसाइलों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा, “चीन से आयातित पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम ब्रह्मोस के आगे फेल हो गया। हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान के एयरबेस को निशाना बनाकर निर्णायक संदेश दिया है। आज पूरी दुनिया में युवा ब्रह्मोस को इंटरनेट पर खोज रहे हैं – यह भारत की सैन्य शक्ति की पहचान बन गई है।” अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए साणंद में आयोजित तिरंगा यात्रा में भी भाग लिया। साणंद, शाह के प्रतिनिधित्व वाले गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और स्थानीय भाजपा नेता भी मौजूद रहे।