प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक दृढ़ और बेबाक़ संदेश के जरिए पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी कि भारत शांति और स्थिरता का पक्षधर अवश्य है, लेकिन वह अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा। उन्होंने दो टूक कहा कि यदि भारत की ओर कोई आतंकवादी हमला या सैन्य दुस्साहस होता है, तो उसका जवाब इतना निर्णायक और गंभीर होगा कि विरोधी पक्ष पूरी तरह हिल जाएगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के चरम के बाद संघर्षविराम की स्थिति बनी है, और यह लगातार दूसरे दिन प्रधानमंत्री की आक्रामक विदेश और रक्षा नीति का संकेतक बनकर सामने आया है।
यह बयान ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के कुछ ही दिनों बाद आया है—एक ऐसा सैन्य अभियान जिसने पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठानों को गहरी क्षति पहुंचाई और भारत की रक्षा क्षमता और निर्णायकता को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया।
इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर गहराई तक जाकर सटीक हमले किए, जिनमें उसके तीन लड़ाकू विमान मार गिराए गए। इसके अलावा, कई सैन्य रनवे, रडार सिस्टम, एयर डिफेंस यूनिट्स और मिराज जैसे उन्नत फाइटर जेट्स को भी नेस्तनाबूद कर दिया गया। इन कार्रवाइयों ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को न केवल भौतिक रूप से बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी पंगु बना दिया।
पाकिस्तान, जो पहले अपने परमाणु हथियारों के बल पर ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ की नीति अपनाता था, इस बार भारत की आक्रामक मुद्रा और सामरिक तैयारी के सामने पूरी तरह हतप्रभ रह गया। जैसे ही उसे भारी नुकसान का एहसास हुआ, पाकिस्तान की सेना और सरकार ने दुनिया भर में समर्थन के लिए भागदौड़ शुरू कर दी। लेकिन हालात तब और हास्यास्पद हो गए जब पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत से संपर्क कर संघर्षविराम की अपील की और भारत से सैन्य कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई।
भारत, जिसने अपने सामरिक उद्देश्य लगभग पूरे कर लिए थे, ने इस मानवीय अपील के बाद जवाबी कार्रवाई को रोकने का फैसला लिया, लेकिन तब तक पाकिस्तान को रणनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर गहरा झटका लग चुका था।
इस पराजय के बाद न केवल पाकिस्तान की आम जनता में निराशा फैली, बल्कि वहां के विश्लेषकों और पत्रकारों ने भी अपनी सरकार की रणनीतिक विफलताओं को जमकर उजागर किया। मशहूर पाकिस्तानी राजनीतिक विश्लेषक डॉ. कमर चीमा ने एक टेलीविज़न डिबेट में साफ तौर पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति 200 प्रतिशत प्रभावी रही है। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान की सरकार पूरी तरह से भ्रमित है और उसे यह तक नहीं पता कि उसकी अगली रणनीति क्या होगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए याद दिलाया कि पहले पाकिस्तान यह कहता था कि भारत सिर्फ ‘कौए और चिड़िया’ मारकर चला गया, लेकिन इस बार मोदी ने कहा कि “हम अब तुम्हारे लोगों को मारेंगे” और वास्तव में भारत ने पाकिस्तान के सैन्यकर्मियों को उनके घर में घुसकर मार गिराया।