Article

कुपवाड़ा दौरे पर उमर अब्दुल्ला बोले – जल्द मिलेगा प्रभावितों को मुआवजा

 13 May 2025

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कुपवाड़ा जिले के गोलाबारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां के पीड़ित नागरिकों से मुलाकात की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नुकसान का विस्तृत आकलन पूरा होते ही प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से मुआवज़ा प्रदान किया जाएगा। उमर अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, “भगवान की कृपा से, यहां किसी की जान नहीं गई है, लेकिन घरों, दुकानों और सार्वजनिक संस्थानों जैसे मदरसों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिला प्रशासन आकलन में जुटा है और जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, सरकार मुआवज़े की प्रक्रिया शुरू करेगी।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ इलाकों में पहले से मौजूद बंकरों का उपयोग इस हमले के दौरान किया गया, लेकिन अब सरकार सीमावर्ती और नियंत्रण रेखा से सटे क्षेत्रों में और अधिक सामुदायिक बंकर बनाने की योजना बना रही है।


सीएम कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, “मुख्यमंत्री ने तंगधार में गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, जिन्होंने कठिन हालात में अद्भुत साहस का परिचय दिया। उनका धैर्य प्रेरणादायक है। सरकार उनके पुनर्वास और सम्मानजनक जीवन की बहाली के लिए हर संभव कदम उठाएगी।” सीएम अब्दुल्ला ने तंगधार के सामुदायिक बंकरों का निरीक्षण किया और इन संरचनाओं को "संकट की घड़ी में जीवन रेखा" बताया। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिक सुरक्षित शरण स्थलों के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।

कुपवाड़ा, उरी और पुंछ के कई इलाकों में हालिया पाकिस्तानी गोलाबारी से घरों, धार्मिक स्थलों और स्कूलों को नुकसान पहुंचा है। बावजूद इसके, स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना के साथ खड़े रहने की कसम खाई है। वहीं, सांबा जिले के कुछ सीमावर्ती गांवों में रात के समय हुए विस्फोटों से दहशत का माहौल बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति में नया मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा, “हर आतंकी संगठन अब जानता है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिन्दूर छीनने का अंजाम क्या होता है।” 

प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय वायुसेना, थलसेना, नौसेना और अर्धसैनिक बल लगातार अलर्ट पर हैं और देश की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। 7 मई को शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) का करारा जवाब देना था, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी। भारत ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 से अधिक आतंकी ठिकानों और 11 एयरबेस को निशाना बनाया। इसमें 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया और पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया।