पंजाब के अमृतसर ज़िले में नकली शराब पीने से पांच गांवों में कम से कम 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि छह अन्य लोग गंभीर रूप से बीमार हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह त्रासदी रविवार और सोमवार के बीच सामने आई, जब स्थानीय निवासियों ने शराब का सेवन किया और कुछ घंटों के भीतर ही उल्टी, सिरदर्द, चक्कर और बेहोशी जैसी गंभीर प्रतिक्रियाएं दिखने लगीं।
घटना की जानकारी मिलते ही अमृतसर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग हरकत में आ गए। प्रशासन ने तुरंत प्रभावित इलाकों में कई मेडिकल टीमें तैनात कर दीं, जो घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही हैं और उन्हें आवश्यकता अनुसार अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह भी शामिल है।
पुलिस उप महानिरीक्षक (बॉर्डर रेंज) सतिंदर सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह को 50 लीटर मेथनॉल (एक जहरीला रासायनिक पदार्थ) की आपूर्ति की गई थी। उसने इसे पानी के साथ मिलाकर हल्का मिश्रण तैयार किया और दो-दो लीटर के पैकेट में इसे स्थानीय लोगों को बेच दिया। पुलिस अब इन पैकेट्स की तलाश कर रही है ताकि उन्हें जब्त कर जनता को और नुकसान से बचाया जा सके। गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों में प्रभजीत सिंह के अलावा कुलबीर सिंह, साहिब सिंह, गुरजंत सिंह और निंदर कौर के नाम सामने आए हैं। बाकी दो की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।
इस दुखद घटना ने सियासी हलकों में भी हलचल मचा दी है। दिल्ली में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस त्रासदी के लिए आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दोनों दिल्ली के नेताओं की तरह नहीं, बल्कि ‘बेताज बादशाह’ की तरह पंजाब की सरकार चला रहे हैं।
सिरसा ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें मनीष सिसोदिया पंजाब भवन में अधिकारियों के साथ बैठक करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर इस बात का प्रमाण है कि केजरीवाल और सिसोदिया पर्दे के पीछे से पंजाब पर शासन कर रहे हैं। सिरसा ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली में शराब नीति के तहत करोड़ों का घोटाला हुआ था और अब वही नीति पंजाब में लागू करके यहां भी शराब माफियाओं से करोड़ों रुपये लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घोटाले का खामियाजा आज आम पंजाबियों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ रहा है।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "यह सिर्फ मौतें नहीं हैं, बल्कि हत्याएं हैं।" उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले में पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रहा है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।
अमृतसर की उपायुक्त (DC) साक्षी साहनी, डीआईजी सतिंदर सिंह और जालंधर ग्रामीण पुलिस के एसएसपी मनिंदर सिंह ने प्रभावित गांवों का दौरा किया, पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साक्षी साहनी ने बताया कि पीड़ितों में अधिकांश दिहाड़ी मजदूर हैं, जो सस्ते और अवैध शराब के जाल में फंस गए।