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फरीदाबाद में अवैध कॉलोनियों में बने घर और प्रदूषण फैलाने वाले प्लांटों को हटाने का आदेश

 13 May 2025

दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिले की अवैध कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए एक अहम खबर आई है। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने सोमवार को जिले में स्थित सभी अवैध कॉलोनियों और अवैध आरएमसी (रेडी मिक्स कंक्रीट) प्लांट को तोड़ने का आदेश दिया। यह आदेश उन्होंने सेक्टर-12 स्थित प्रियदर्शिनी सभागार में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक के दौरान दिए। बैठक में उठे विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए मंत्री ने त्वरित कार्रवाई की दिशा में कदम उठाए। बैठक के दौरान, सिकरौना गांव में चल रही अवैध कॉलोनियों का मुद्दा भी उठा। मंत्री ने इस मामले की सुनवाई करते हुए जिला नगर योजनाकार से पूछा कि अवैध कॉलोनियों का निर्माण क्यों हो रहा है। नगर योजनाकार ने बताया कि अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जनवरी से अब तक 272 एकड़ भूमि पर बन रही 39 अवैध कॉलोनियों को तोड़ दिया गया है। 


इस पर पृथला से कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया ने भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि उनके क्षेत्र में भी अवैध कॉलोनियों का निर्माण हो रहा है। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि जिले में चल रही सभी अवैध कॉलोनियों को तुरंत तोड़ा जाएगा और इस प्रक्रिया की गति को तेज किया जाएगा। साथ ही, नगर निगम पार्षद अनिल नागर ने मंत्री के समक्ष सेक्टर-31 एचएसआईआईडीसी में लगाए गए आरएमसी (रेडी मिक्स कंक्रीट) प्लांट को बंद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस प्लांट से प्रदूषण फैल रहा है, जिसके कारण यहां के निवासी गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। प्रदूषण की वजह से लोगों का जीवन मुश्किल हो रहा है। मंत्री ने इस मुद्दे पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से जवाब मांगा और साथ ही आदेश दिया कि जिले भर में चल रहे सभी अवैध आरएमसी प्लांट को जल्द से जल्द बंद किया जाए।

बैठक में कुल 16 मामलों पर चर्चा हुई, जिनमें से 9 मामलों का समाधान मौके पर ही किया गया। शेष 7 मामलों में मंत्री ने अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया। एक और महत्वपूर्ण मामला संजय कॉलोनी के पेयजल संकट से जुड़ा था। संजय कॉलोनी के निवासी शिवचरण ने मंत्री को बताया कि कॉलोनी में रेनीवेल का पानी नहीं आ रहा और लोग खारे पानी पर निर्भर हैं। इस पर मंत्री ने जल आपूर्ति का समाधान जल्दी से जल्दी निकालने का आदेश दिया और टैंकर से पानी की आपूर्ति करने की बात कही। बैठक में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा ग्रेटर फरीदाबाद में स्थित पावर ग्रिड के हाईटेंशन लाइन टावर को हटाने का था। सेक्टर-75 और सेक्टर-76 डिवाइडिंग मास्टर रोड के बीच स्थित इस टावर को हटाने के लिए ग्रेटर फरीदाबाद की ग्रीन पावर रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक मेहता ने मंत्री से निवेदन किया था। पावर ग्रिड के अधिकारियों ने बताया कि मोनोपाल के माध्यम से इस टावर को हटाया जा सकता है। इसके अलावा, डब्ल्यूटीसी बिल्डर द्वारा निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले पर भी चर्चा की गई। 

शिकायतकर्ता चिराग ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है, लेकिन धारा 409 लागू नहीं की गई है। मंत्री ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि इस मामले को ईडी के पास स्थानांतरित किया जाए ताकि धोखाधड़ी की गहराई से जांच की जा सके। इसके अतिरिक्त, बैठक में एक और गंभीर मामला सामने आया, जिसमें रेंडयु मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप था। पृथला निवासी ईश्वर सिंह ने आरोप लगाया कि डॉक्टर दीप भारद्वाज और डॉ. अदिति अग्रवाल ने उनकी इलाज के दौरान लापरवाही बरती। मंत्री ने इस मामले की गहन जांच कराने के लिए पीजीआई की समिति को आदेश दिया। बैठक में चर्चा किए गए सभी मामलों के समाधान के लिए मंत्री ने अधिकारियों को त्वरित कदम उठाने का आदेश दिया, ताकि जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके।