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सीजफायर के बाद भारत-पाक DGMO में अहम बातचीत, बॉर्डर पर तनाव कम करने पर जोर
13 May 2025

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर बनी सहमति के बाद सोमवार को दोनों देशों के मिलिट्री ऑपरेशन डायरेक्टर जनरल (DGMO) के बीच अहम बातचीत हुई। भारतीय पक्ष से लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पाकिस्तानी पक्ष से मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने शाम 5 बजे हॉटलाइन के जरिए संवाद किया। इस दौरान सीमा पर पूर्ण शांति बनाए रखने, गोलीबारी से परहेज करने और किसी भी आक्रामक कार्रवाई से बचने पर सहमति जताई गई।
भारतीय सेना के अनुसार, दोनों पक्षों ने बॉर्डर क्षेत्रों और अग्रिम मोर्चों से सैनिकों की संख्या में कमी लाने के उपायों पर भी विचार किया है। बातचीत का मुख्य उद्देश्य सीमा पर लंबे समय तक शांति और स्थायित्व बनाए रखना रहा।
सीजफायर की पहल पाकिस्तान की ओर से हुई थी। शनिवार को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल घई को फोन कर युद्धविराम का प्रस्ताव दिया। इसके बाद 10 मई शाम 6 बजे से दोनों ओर से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ को पूरी तरह से रोक दिया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया, “शनिवार दोपहर 15:35 बजे पाक डीजीएमओ के साथ मेरी बातचीत हुई। उन्होंने युद्धविराम का प्रस्ताव दिया, जिसे भारत ने स्वीकार करते हुए उसी शाम से सभी आक्रामक गतिविधियां रोक दीं। साथ ही, 12 मई को दोपहर 12 बजे आगे की बातचीत करने पर भी सहमति बनी।”
भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, “हमारे सभी एयरबेस और सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय हैं और भविष्य में किसी भी मिशन के लिए तैयार हैं।” उन्होंने जानकारी दी कि पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन और मानव रहित लड़ाकू विमानों की कई कोशिशों को स्वदेशी सॉफ़्ट और हार्ड-किल काउंटर-यूएएस सिस्टम ने विफल कर दिया।
भारती ने कहा, “हमारा एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मन के लिए दीवार की तरह खड़ा रहा। कई चीनी मूल की PL-15 मिसाइलें भी मार गिराई गईं।” उन्होंने यह भी कहा कि, “पाकिस्तान द्वारा किया गया आतंक का घड़ा अब पहलगाम हमले के बाद भर चुका था। भारत ने निर्णायक जवाब दिया है।”