पाकिस्तान के साथ 51 घंटे के संघर्षविराम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने हाल ही में संपन्न ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करार दिया और कहा कि “जिन आतंकियों ने हमारी मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें ही मिटा दिया।” प्रधानमंत्री के अनुसार, इस ऑपरेशन में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादी ढेर किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की गुहार पर भारत ने संघर्षविराम को स्वीकार किया, लेकिन यह एक अस्थायी निर्णय है। उन्होंने कहा, “भारत ने केवल मिलिट्री एक्शन को स्थगित किया है। पाकिस्तान के आगे के रवैये के आधार पर ही भविष्य की रणनीति तय की जाएगी।”
"न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब बर्दाश्त नहीं"
पीएम मोदी ने पाकिस्तान की तरफ से बार-बार दी जा रही न्यूक्लियर धमकियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “भारत किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल को सहन नहीं करेगा। हमारी तीनों सेनाएं हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि हालिया आतंकी हमले—विशेषकर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नरसंहार—ने पूरे देश को झकझोर दिया। “हमारे निर्दोष नागरिकों, महिलाओं और बच्चों की नृशंस हत्या, आतंक का वीभत्स चेहरा है। मैंने इस पीड़ा को व्यक्तिगत रूप से महसूस किया,” उन्होंने कहा।
इसके जवाब में, सरकार ने भारतीय सेनाओं को आतंक के विरुद्ध पूरी छूट दी। पीएम मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर हमारे देश की बहनों-बेटियों के सम्मान की रक्षा की प्रतिज्ञा है। यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावना का प्रतिबिंब है।”
पीएम ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों, जैसे बहावलपुर और मुरीदके में छिपे आतंक के केंद्रों को सटीकता से निशाना बनाया। “ये वही जगहें हैं जहां से 9/11, लंदन बम धमाके और भारत में हुए हमलों की साजिशें रची गईं,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि आतंक के अनेक "गुरु" जो दशकों से पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे, उन्हें भारतीय सेनाओं ने खत्म कर दिया है। पीएम ने बताया कि भारत की आक्रामक कार्रवाई से पाकिस्तान हताश हो गया और उसने भारत पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने उसे नाकाम कर दिया। “पाकिस्तान ने सीमा पर हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन भारत ने सीधे उसके सीने पर प्रहार किया,” पीएम मोदी ने कहा।
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की आतंक विरोधी नीति में “नया मील का पत्थर” बताया। उन्होंने कहा, "आतंकी हमले का जवाब अपने समय और अपनी शर्तों पर दिया जाएगा।
न्यूक्लियर ब्लैकमेल का मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
आतंकियों और उन्हें समर्थन देने वाली सरकार को अलग-अलग नहीं देखा जाएगा।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सेना ने मारे गए आतंकियों को सम्मानजनक विदाई दी, जो यह साबित करता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का प्रायोजक देश है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन दिए गए इस संदेश में प्रधानमंत्री ने शांति और शक्ति को एक-दूसरे का पूरक बताया। उन्होंने कहा, “भारत शक्तिशाली होगा, तभी शांति और समृद्धि सुनिश्चित की जा सकेगी। आवश्यकता पड़ने पर हम अपनी शक्ति का उपयोग करने में पीछे नहीं हटेंगे।”
अंत में पीएम मोदी ने भारतीय सेना, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों को राष्ट्र की ओर से सलामी दी और सभी नागरिकों की एकजुटता की सराहना की।