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हमने सिर्फ आतंकियों को टारगेट किया, पाकिस्तान ने सेना उतारकर लड़ाई ली

 12 May 2025

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और एयर मार्शल एके भारती ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि भारत की सैन्य कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ देकर इसे अपनी लड़ाई बना लिया। जवाबी कार्रवाई में आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा। लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, “आप सभी को याद होगा कि पहलगाम में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और दुश्मनों को भारी नुकसान पहुंचाया।”

उन्होंने बताया कि 7 मई की कार्रवाई में सीमा पार स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर हमला कर 100 आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें कंधार हाईजैक और पुलवामा हमले से जुड़े तीन प्रमुख आतंकी भी शामिल थे। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, लेकिन सभी हमले भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा हवा में ही विफल कर दिए गए। उन्होंने कहा, “हमने कोई भी टारगेट सफल नहीं होने दिया।"  जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिकों और अधिकारियों को ढेर किया, जबकि इस संघर्ष में भारत के पांच जवान शहीद हुए।

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि मुरीदके के टेरर कैंप और बहावलपुर के ट्रेनिंग सेंटर को रणनीतिक रूप से चुना गया क्योंकि वहां आतंकी गतिविधियां अपने चरम पर थीं। दोनों ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। एयर मार्शल एके भारती ने कहा, "हमारी लड़ाई पाकिस्तान की सेना से नहीं थी, बल्कि आतंकियों से थी। लेकिन जब पाक सेना ने दखल दिया, तब हमें सख्त जवाब देना पड़ा।" उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों में चीनी मूल की मिसाइलें, लॉन्ग रेंज रॉकेट्स, UAV, ड्रोन और कॉप्टर्स शामिल थे, जिन्हें भारत की मल्टी-लेयर एयर डिफेंस प्रणाली ने सफलतापूर्वक मार गिराया। भारती ने कहा, "हमारे पास लो-लेवल गन फायरिंग सिस्टम से लेकर लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइलों तक एक विस्तृत रेंज है। पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। 'आकाश' मिसाइल सिस्टम ने भी दुश्मन को जवाब दिया।"

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि भारत की एयरफील्ड्स की सुरक्षा के लिए इंटरनेशनल बॉर्डर से लेकर बेस तक मल्टी-टियर एयर डिफेंस शील्ड तैयार की गई है, जिसे पार करना दुश्मन के लिए लगभग असंभव है। उन्होंने BSF की भूमिका की भी सराहना की और कहा, "फील्ड में मौजूद जवानों से लेकर डीजी तक, BSF का हर सदस्य इस ऑपरेशन का हिस्सा था।" घई ने अपने संबोधन में ऑपरेशन के दौरान तीनों सेनाओं की एकजुटता और 140 करोड़ भारतीयों के समर्थन का भी उल्लेख किया। भावुक लहजे में उन्होंने कहा, "जब हौसले बुलंद हों तो मंज़िलें खुद-ब-खुद नज़दीक आ जाती हैं।"