भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में हालात बेहद संवेदनशील हो गए हैं। गुरुवार को बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया और ब्लैकआउट की स्थिति बना दी गई। राज्य सरकार ने एहतियातन कई आपात कदम उठाए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिगड़ते हालात को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वे हर दिन हालात की समीक्षा करेंगे। सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। इसके साथ ही सीमावर्ती जिलों को 5-5 करोड़ रुपये की त्वरित सहायता राशि जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम ने RAC (राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी), SDRF (राज्य आपदा मोचन बल), फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस यूनिट्स को तुरंत सक्रिय करने के आदेश भी दिए। यह व्यवस्था युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी का हिस्सा है। श्रीगंगानगर में पुलिस ने लोगों से घरों में रहने और लाइटें बंद रखने की अपील की। स्थानीय प्रशासन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट कर बताया, “यहां रेड अलर्ट है, कृपया सभी लोग अपने घरों में रहें और सभी लाइटें बंद रखें।”
बीकानेर में पूरे जिले में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है, जो अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने बीकानेर तहसील में सख्त निर्देश जारी किए हैं। जैसलमेर और बाड़मेर में सायरन बजने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे दहशत का माहौल और गहरा गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर और किशनगढ़ एयरपोर्ट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इन स्थानों से गुजरने वाली सभी व्यावसायिक उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान जाने के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की सेना ने एलओसी और सीमावर्ती इलाकों में भारी गोलीबारी शुरू कर दी है।
बुधवार रात और गुरुवार को पाकिस्तान ने मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट्स के जरिए भारत के कई शहरों पर हमलों की नाकाम कोशिश की। भारतीय सेना और वायुसेना ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए हर हमले को विफल कर दिया।