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सीमा पर तनाव बढ़ा, रक्षा मंत्री ने शीर्ष अधिकारियों के साथ की अहम बैठक

 09 May 2025

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित साउथ ब्लॉक में उच्चस्तरीय बैठक कर देश की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। यह समीक्षा बैठक ऐसे समय हुई जब पाकिस्तान की ओर से गुरुवार रात ड्रोन और मिसाइलों के जरिए किए गए हमलों को भारतीय सशस्त्र बलों ने सफलतापूर्वक नाकाम किया।  बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह और रक्षा सचिव आरके सिंह मौजूद रहे।


यह उच्च स्तरीय मंथन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के प्रयासों को ध्यान में रखते हुए किया गया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से तबाह किया था। भारतीय सेना ने बताया कि 8 और 9 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान की ओर से पूरे पश्चिमी सीमा क्षेत्र पर ड्रोन और अन्य हथियारों से कई हमले किए गए। इसके अलावा नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी पाकिस्तान ने कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। भारतीय सेना ने सभी कार्रवाइयों का मुंहतोड़ जवाब दिया। 

रक्षा अधिकारियों के अनुसार, स्वदेशी रूप से विकसित ‘आकाश’ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ने इन हमलों को विफल करने में अहम भूमिका निभाई। यह प्रणाली वायु सेना और थल सेना, दोनों के पास तैनात है और पाकिस्तान सीमा पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। ‘आकाश’ प्रणाली मध्यम दूरी की वायु रक्षा क्षमता से लैस है, जो 25-30 किमी तक प्रभावी मार कर सकती है। यह प्रणाली मोबाइल और स्थिर दोनों प्रकार के ठिकानों की सुरक्षा में सक्षम है और एक समय में कई हवाई खतरों से निपट सकती है। इसमें रियल-टाइम मल्टी-सेंसर डेटा प्रोसेसिंग, कमांड गाइडेंस और अत्याधुनिक रडार तकनीक शामिल है। 

सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने गुरुवार रात नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों में जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 50 से अधिक ड्रोन को मार गिराया। 7-8 मई की रात को पाकिस्तान ने भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में स्थित सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसे सेना ने समय रहते नाकाम कर दिया।