भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से बढ़ते तनाव और टकराव की स्थिति के बीच आम नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने भी दृढ़ता के साथ कार्रवाई की। इस सैन्य तनाव के बीच जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
भारतीय रेलवे ने घोषणा की है कि वह जम्मू और उधमपुर से दिल्ली के लिए तीन विशेष ट्रेनें चलाएगा। ये ट्रेनें शुक्रवार को अलग-अलग समय पर रवाना होंगी, और इनका उद्देश्य इन संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालना है। रेलवे के अनुसार, मौजूदा हालात को देखते हुए इन ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से विशेष परिस्थितियों के अंतर्गत किया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इन तीनों ट्रेनों में से अधिकांश डिब्बे अनारक्षित होंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुविधा मिल सके, विशेष रूप से उन लोगों को जो अग्रिम आरक्षण नहीं करा पाए हैं। ऐसे समय में जब सीमावर्ती इलाकों में खतरे की आशंका बनी हुई है, यह कदम एक राहत भरी पहल के रूप में देखा जा रहा है।
रेलवे द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, पहली विशेष ट्रेन शुक्रवार सुबह 10:45 बजे जम्मू रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। इस ट्रेन में कुल 24 डिब्बे होंगे, जिनमें से 12 डिब्बे आरक्षित और 12 डिब्बे अनारक्षित होंगे। दूसरी ट्रेन उधमपुर से दोपहर 12:45 बजे रवाना की जाएगी। यह ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के रैक का उपयोग करेगी, जिसमें कुल 20 डिब्बे होंगे और यात्रियों के लिए एक आधुनिक तथा तेज़ यात्रा अनुभव प्रदान करेगी। तीसरी विशेष ट्रेन शाम 7 बजे जम्मू से रवाना होगी, जिसमें 22 एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच होंगे, जो कि पूरी तरह से आरक्षित होंगे।
यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने की कोशिशें की जा रही हैं। इन हमलों से उत्पन्न खतरे के मद्देनज़र, रेलवे द्वारा यह राहत अभियान न केवल एक व्यावहारिक कदम है, बल्कि यह संकट की घड़ी में आम जनता के प्रति सरकार की संवेदनशीलता और तत्परता को भी दर्शाता है।