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आदर्श नगर में दो युवकों की हत्या, 65 वर्षीय अपराधी निकला पुराने आपराधिक इतिहास वाला व्यक्ति

 05 May 2025

उत्तर पश्चिम दिल्ली के स्पेशल स्टाफ ने आदर्श नगर क्षेत्र में हुई दो युवकों की हत्या के मामले में 65 वर्षीय आरोपी नंद किशोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी नंद किशोर ने पुलिस को बताया कि युवकों द्वारा उसे धमकाए जाने के बाद उसने गुस्से में आकर उनकी हत्या कर दी थी। घटना की सूचना 20 अप्रैल की रात आदर्श नगर मेट्रो स्टेशन के पास दो युवकों के मारे जाने की मिली थी, जिसमें एक युवक का दोस्त, आबिद भी घायल हो गया था। आबिद की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर जांच शुरू की, और मामले की जांच की जिम्मेदारी स्पेशल स्टाफ टीम को सौंप दी, जो कि सोमवीर सिंह के नेतृत्व में काम कर रही थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी नंद किशोर ने ही हत्या की थी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें नंद किशोर एक ई-रिक्शा पर सवार होकर शालीमार बाग से होते हुए नानक प्याऊ गुरुद्वारा की ओर जाता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद वह सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन की ओर गया और वहां से लोगों में घुल-मिलकर भागने में सफल हो गया। 


पुलिस को आरोपी की साफ फुटेज मिल गई, जिससे उसकी पहचान पक्की हो गई। इसके बाद पुलिस ने बाइक से सामान पहुंचाने वाले युवकों के व्हाट्सऐप ग्रुप पर आरोपी की फोटो भेज दी और उसकी तलाश में मदद की अपील की। शनिवार को एक युवक ने सिग्नेचर ब्रिज के पास आरोपी को देख कर पुलिस को सूचित किया, और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान नंद किशोर ने हत्या की वजह का खुलासा किया। उसने बताया कि वह फुटपाथ पर सोता है और उस रात वह अपने कुछ दोस्तों के साथ नशा कर रहा था। उसी दौरान वैन चालक कमल ने अपना वाहन उसके पास खड़ा कर दिया, जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद कमल ने अपने दोस्तों अमजद और आबिद को बुला लिया, और तीनों मिलकर उसे धमकाने लगे। नंद किशोर ने बताया कि वह बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने अपने झोले से चाकू निकालकर उन तीनों पर हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों युवकों की मौत हो गई और एक अन्य युवक आबिद घायल हो गया।

पुलिस ने बताया कि नंद किशोर शातिर अपराधी है और उसके खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी पहली एफआईआर 1983 में सब्जी मंडी थाने में दर्ज हुई थी। वह राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला है और 15 साल की उम्र में घर से भागकर दिल्ली आ गया था, जहां उसने टीटू पहाड़ी गिरोह में शामिल होकर अपराध की दुनिया में कदम रखा। नंद किशोर पर हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट, चोरी, और कई अन्य गंभीर अपराधों के लगभग दो दर्जन मामले दर्ज हैं। उसका आखिरी मामला 2013 में दर्ज हुआ था, और तब से वह आदर्श नगर क्षेत्र में भीख मांगकर अपना जीवन यापन कर रहा था। इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो जाता है कि नंद किशोर का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है और उसने अपनी पुरानी आदतों को छोड़ने की कोई कोशिश नहीं की थी। पुलिस ने उसके खिलाफ पूरी जांच पूरी की है और अब वह सलाखों के पीछे है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि नंद किशोर का गिरफ्तार होना इस तरह के अपराधों पर नियंत्रण पाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।