गुरुग्राम के सेक्टर 102 में बुधवार सुबह एक झुग्गी बस्ती में भीषण आग लगने की घटना ने इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। आग लगने की वजह बताया जा रहा है कि वहां रखे कई छोटे गैस सिलेंडरों में विस्फोट हो गया, जिससे आग ने पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी तेज़ थी कि देखते ही देखते 40 से अधिक झुग्गियां जलकर राख हो गईं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस भीषण घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं आई। स्थानीय प्रशासन और फायर ब्रिगेड ने समय रहते आग पर काबू पा लिया और आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा इंतजामों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, और इस दुर्घटना में नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
अग्निशमन विभाग के अधिकारी नरेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि बुधवार तड़के लगभग 3:50 बजे गुरुग्राम के सेक्टर 102 में स्थित एक झुग्गी बस्ती में आग सबसे पहले कबाड़ के ढेर से भड़की। कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप ले लिया और द्वारका एक्सप्रेसवे के पास बनी कई झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया। आग के फैलने की मुख्य वजह झुग्गियों में रखे छोटे गैस सिलेंडरों में हुआ सिलसिलेवार विस्फोट था, जिससे आग और भी ज्यादा भड़क गई और लपटें चारों ओर फैल गईं।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग हरकत में आया और भीम नगर, सेक्टर 29, सेक्टर 37 और उद्योग विहार से 10 से अधिक दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।
आग इतनी भीषण थी कि उसे पूरी तरह काबू में करने में 50 से अधिक दमकलकर्मियों को तीन घंटे से ज्यादा का समय लग गया। कई दमकलकर्मी लगातार गर्मी, धुएं और विस्फोट के जोखिम के बीच आग बुझाने में लगे रहे।
नरेंद्र सिंह ने बताया कि आग की वजह से 40 से ज्यादा झुग्गियां जलकर पूरी तरह राख हो गईं, लेकिन दमकल कर्मियों की मुस्तैदी से करीब 100 अन्य झुग्गियों को बचा लिया गया, जिससे संभावित बड़े नुकसान को टाल दिया गया।
इस हादसे के बाद प्रशासन द्वारा नुकसान का आकलन शुरू कर दिया गया है, और प्रभावित लोगों को अस्थायी राहत पहुंचाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, यह घटना एक बार फिर झुग्गी बस्तियों में सुरक्षा इंतजामों की गंभीर कमी और आपातकालीन तैयारियों की पोल खोलती है। स्थानीय लोगों की मांग है कि ऐसे क्षेत्रों में आग जैसी आपदाओं से निपटने के लिए पूर्व तैयारी और सिलेंडर जैसे खतरनाक सामानों के भंडारण पर सख्त निगरानी रखी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस घटना से संबंधित सुरक्षा उपायों की सूची भी साझा करूं, जिससे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके?