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पाकिस्तान में शहबाज को नवाज शरीफ की 'भारत से शांति बनाए रखने' की सलाह

 14 Aug 2025

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार (27 अप्रैल 2025) को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के अध्यक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों के बारे में उन्हें अवगत कराया। यह बैठक भारत द्वारा सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty- IWT) को सस्पेंड करने के बाद बुलाई गई थी। भारत ने यह कड़ा कदम पहलगाम आतंकी हमले के बाद उठाया, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया।


प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस बैठक के दौरान नवाज शरीफ को बताया कि भारत द्वारा उठाया गया कदम एक 'फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन' था। इस शब्द का अर्थ है कि भारत ने जानबूझकर ऐसा किया ताकि क्षेत्र में अस्थिरता और तनाव फैलाया जा सके। शहबाज शरीफ का कहना था कि यह भारत का एकतरफा कदम था, जिसने दोनों देशों के बीच युद्ध के खतरे को और अधिक बढ़ा दिया है। इस बैठक में पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी मौजूद थीं, जिन्होंने इन मुद्दों पर अपनी चिंताओं और राय जाहिर की।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा शांति की ओर अग्रसर है, लेकिन देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा, और यदि स्थिति बढ़ती है तो पाकिस्तान भी किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से नहीं हिचकेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन के एक सूत्र ने बताया कि नवाज शरीफ चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच शांति बनाए रखने के लिए बातचीत के जरिए हल निकाला जाए, और वह किसी भी तरह के आक्रामक रुख अपनाने के पक्ष में नहीं हैं।

रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी इस संदर्भ में अपनी टिप्पणी की और भारत को इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिए एक अंतरराष्ट्रीय आयोग गठित करने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस बात के लिए तैयार है कि अमेरिका, ईरान, चीन, रूस और ब्रिटेन के अधिकारियों को इस जांच में शामिल किया जाए, ताकि मामले के तथ्यों का पर्दाफाश हो सके। उनका कहना था कि पाकिस्तान जानता है कि यह सब कुछ एक नाटक था, लेकिन उन्होंने इस झूठ से पर्दा उठाने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय आयोग के साथ सहयोग करने की पेशकश की। ख्वाजा आसिफ ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान इस मामले में पूरी तरह से पारदर्शिता की ओर अग्रसर है, लेकिन यदि भारत ने कोई दुस्साहसिक कदम उठाया तो पाकिस्तान भी उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहेगा।