मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार (27 अप्रैल, 2025) को उत्तर-पश्चिम दिल्ली के रोहिणी इलाके की एक झुग्गी बस्ती में आग लगने से हुए जानमाल के नुकसान पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार प्रभावित लोगों की मदद के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। गुप्ता ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि स्थानीय विधायक और उप-विभागीय मजिस्ट्रेट तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों का समन्वय कर रहे हैं। राहत प्रयासों में मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था, चिकित्सा सहायता और भोजन की आपूर्ति शामिल है।
27 अप्रैल की सुबह लगी इस भीषण आग में 800 से अधिक झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। हादसे में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य लोग घायल हुए। आग पर काबू पाने में दमकल विभाग को तीन घंटे से अधिक समय लगा। आग की भयावहता के चलते इलाके में घना धुआं फैल गया।
मुख्यमंत्री गुप्ता ने इस त्रासदी पर "गहरा दुख" व्यक्त करते हुए अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने लिखा, "हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं, ताकि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति को समय पर सहायता और पुनर्वास मिल सके। दिल्ली सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है।"
उन्होंने यह भी बताया कि विस्थापित परिवारों को पास के स्कूलों में अस्थायी आश्रय दिया जा रहा है, जहां उनके लिए भोजन, चिकित्सा सुविधा और अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी सामने आए। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने मुख्यमंत्री गुप्ता पर निशाना साधते हुए कहा कि जब झुग्गियों में आग लगी थी, उस वक्त मुख्यमंत्री 'मन की बात' कार्यक्रम सुन रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पूरे दिन घटनास्थल का दौरा तक नहीं किया और देर शाम तक इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी।
वहीं, दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और पार्टी के दिल्ली इकाई अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस दुर्घटना पर शोक जताया है। कपूर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर तेजी से राहत और पुनर्वास कार्य किए जा रहे हैं तथा सभी प्रभावितों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।