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JNU Election: AISA-DSF गठबंधन के नीतीश कुमार बने अध्यक्ष, ABVP ने भी दिखाया दमदार प्रदर्शन
14 Aug 2025

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ चुनाव 2024-25 के नतीजों ने एक बार फिर वामपंथी गठबंधन (AISA-DSF) के प्रभुत्व को साबित किया है। इस चुनाव में वामपंथी गठबंधन ने अध्यक्ष समेत कुल तीन प्रमुख पदों पर शानदार जीत दर्ज की, जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने संयुक्त सचिव का पद अपने नाम कर महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई।
चुनाव परिणामों के अनुसार, AISA-DSF गठबंधन के उम्मीदवार नीतीश कुमार ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज करते हुए 1702 वोट प्राप्त किए, जबकि उनकी निकटतम प्रतिद्वंदी, ABVP की शिखा, को 1430 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर DSF की मनीषा विजयी रहीं, वहीं महासचिव पद पर मुन्तेहा फातिमा ने जीत हासिल की। दूसरी ओर, संयुक्त सचिव पद पर ABVP के वैभव मीना ने 1518 वोटों के साथ बाजी मारी।
गौरतलब है कि छात्र संघ चुनाव के लिए मतदान शुक्रवार (25 अप्रैल, 2025) को संपन्न हुआ था। कुल मतदान प्रतिशत लगभग 70% रहा, जो जेएनयू के छात्र राजनीति में गहरी रुचि और सक्रिय भागीदारी का प्रमाण है। यह turnout पिछले कई वर्षों के मुकाबले उच्च रहा और इससे छात्रों के बीच चुनाव को लेकर उत्साह साफ झलका। भले ही शीर्ष पदों पर वामपंथी गठबंधन का दबदबा रहा, लेकिन ABVP ने काउंसलर स्तर पर जबरदस्त प्रदर्शन किया है। संगठन का दावा है कि उसने कुल 44 काउंसलर सीटों में से 23 पर जीत दर्ज की है। यह परिणाम छात्र राजनीति में ABVP की बढ़ती पैठ और नए शक्ति-संतुलन की ओर इशारा करते हैं।
चुनाव के बाद सबसे बड़ी चर्चा ABVP की उस ऐतिहासिक जीत की रही, जब उसने स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज में 25 वर्षों बाद 2 सीटों पर कब्जा जमाया। यह स्कूल लंबे समय से वामपंथी संगठनों का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है। ABVP नेताओं ने इस जीत को "जेएनयू के राजनीतिक परिदृश्य में परिवर्तन की शुरुआत" बताया है। इसके अलावा, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में भी ABVP ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 में से 2 सीटें जीत लीं। संगठन का कहना है कि यह परिणाम आने वाले वर्षों में जेएनयू के राजनीतिक माहौल में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
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