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Delhi Budget: यमुना सफाई पर बजट में 500 करोड़ का ऐलान, CM रेखा गुप्ता का गंदे नालों पर रोक का वादा

 04 Sep 2025

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने हालिया बजट में यमुना नदी की सफाई और संरक्षण के लिए 500 करोड़ रुपये के एक बड़े और महत्वपूर्ण वित्तीय आवंटन की घोषणा की है। उन्होंने इस अवसर पर पूर्ववर्ती सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उसने कभी भी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को पूरी तरह कार्यशील बनाने की कोशिश नहीं की और न ही इस दिशा में कोई उल्लेखनीय धनराशि खर्च की। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसी लापरवाही और उदासीनता के चलते यमुना नदी का स्वच्छ और निर्मल होना कैसे संभव हो सकता था। सीएम ने विस्तार से बताया कि इस 500 करोड़ रुपये के बजट को दो हिस्सों में बांटा गया है—250 करोड़ रुपये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना और संचालन के लिए आवंटित किए गए हैं, जबकि शेष 250 करोड़ रुपये वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की सुविधाओं को मजबूत करने के लिए उपयोग में लाए जाएंगे। 


विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, "हमारी सरकार के सत्ता में आने के तुरंत बाद हमने त्वरित और प्रभावी कदम उठाते हुए सुपर सकर मशीनों का ऑर्डर दे दिया। वर्तमान में हमारे पास केवल दो सीवर सकर मशीनें उपलब्ध हैं, लेकिन 31 मार्च तक किराए पर अतिरिक्त मशीनें लाने के लिए हमने पहले ही निर्देश जारी कर दिए हैं। अब गंदे नालों का दूषित पानी यमुना में बहने नहीं दिया जाएगा। इस पानी को पहले पूरी तरह से ट्रीट किया जाएगा, और उसके बाद ही स्वच्छ और शुद्ध जल को नदी में प्रवाहित करने की अनुमति दी जाएगी। जिस दिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे, उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से घोषणा की थी कि हमारे संकल्प पत्र में यमुना नदी की सफाई को दिल्ली सरकार की सबसे पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता बनाया जाएगा।" उन्होंने अपने भाषण में आगे कहा, "दिल्ली, जो कभी यमुना के निर्मल, शुद्ध और जीवनदायी जल से पोषित और संचित होती थी, आज गंभीर जल संकट, सीवेज के अनियंत्रित और अवैध बहाव, और भयंकर प्रदूषण की चपेट में है। जब गंदे नाले लगातार और बेरोकटोक नदी में गिरते रहेंगे और उनकी सफाई के लिए कोई ठोस, गंभीर या प्रभावी प्रयास ही नहीं किया जाएगा, तो यमुना का स्वच्छ होना एक दूर का सपना ही बना रहेगा। 

पिछली सरकार ने केवल बड़े-बड़े झूठे वादे किए, खोखली कसमें खाईं और जनता को भ्रम में रखा। उनकी लापरवाही, उदासीनता और गैर-जिम्मेदाराना रवैये की वजह से यमुना जैसी पवित्र नदी आज एक गंदे नाले की शक्ल में तब्दील हो चुकी है। लेकिन हमारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साबरमति रिवरफ्रंट और नमामि गंगे जैसी प्रेरणादायक, ऐतिहासिक और सफल परियोजनाओं से प्रेरणा लेते हुए, दिल्ली के जल प्रबंधन को आधुनिक तकनीकों, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सतत विकास के सिद्धांतों के साथ जोड़ने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध और संकल्पबद्ध है। हम यमुना को फिर से स्वच्छ और निर्मल बनाने के अपने वादे और संकल्प को लेकर बेहद गंभीर हैं। हमारी सरकार इस दिशा में निर्णायक, प्रभावी और परिणामोन्मुखी कदम उठाने जा रही है ताकि यमुना का पुराना गौरव बहाल हो सके। 

इसी उद्देश्य के साथ हमने 500 करोड़ रुपये की लागत से 40 विकेंद्रित (डिसेंट्रलाइज्ड) सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इन प्लांट्स का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी गंदा नाला यमुना में प्रवेश न करे। सीवेज का दूषित और प्रदूषित पानी वहीं पर शोधित और ट्रीट कर लिया जाएगा, और केवल स्वच्छ, शुद्ध और प्रदूषणमुक्त जल ही यमुना में छोड़ा जाएगा।"

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