प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की, जिसके बाद दोनों नेताओं की मौजूदगी में भारत और मॉरीशस के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते किए गए। इस बैठक के दौरान दोनों देशों ने आठ अहम समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए, जो आर्थिक, रणनीतिक और प्रशासनिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान भी जारी किया, जिसमें भारत-मॉरीशस संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रतिबद्धता जाहिर की गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में मॉरीशस को भारत का एक अहम रणनीतिक साझेदार बताया और कहा कि ‘सागर’ (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन) की परिकल्पना की नींव 10 साल पहले मॉरीशस में रखी गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का दृष्टिकोण 'महासागर' यानी सभी क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति पर आधारित है। इस दौरान मोदी ने मॉरीशस के नागरिकों को राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें इस विशेष अवसर पर मॉरीशस आने का अवसर मिला। उन्होंने प्रधानमंत्री रामगुलाम और मॉरीशस सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए दोनों देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को याद किया।
भारत और मॉरीशस के बीच संबंध केवल हिंद महासागर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि साझा सांस्कृतिक परंपराओं और मूल्यों से भी जुड़े हैं। मोदी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा हो या वैश्विक महामारी जैसी विपदाएं, दोनों देशों ने हमेशा एक-दूसरे का साथ दिया है। उन्होंने मॉरीशस में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां मेट्रो एक्सप्रेस, सुप्रीम कोर्ट भवन, सोशल हाउसिंग, ईएनटी अस्पताल, डिजिटल भुगतान सेवाओं के लिए UPI और RUPAY कार्ड, जन औषधि केंद्र जैसी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक के दौरान एक और महत्वपूर्ण घोषणा की कि भारत मॉरीशस में नए संसद भवन के निर्माण में सहयोग करेगा। इसे उन्होंने लोकतंत्र की जननी की ओर से मॉरीशस को एक विशेष भेंट बताया। इस अवसर पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने भी मोदी की सराहना की और कहा कि उनकी उपस्थिति भारत और मॉरीशस के बीच अनूठे और विशेष संबंधों का प्रमाण है।
भारत और मॉरीशस के बीच जिन आठ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, उनमें स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली, जल प्रबंधन, राजनयिक प्रशिक्षण, समुद्री सुरक्षा, वित्तीय अपराध की रोकथाम, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के विकास, प्रशासनिक सुधार और समुद्री क्षेत्र के सहयोग से जुड़े विषय शामिल हैं। ये समझौते दोनों देशों के बीच व्यापार, सुरक्षा और प्रशासनिक सुधारों को एक नई दिशा देंगे। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर अपने मित्र प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मिलना और भारत-मॉरीशस मैत्री के सभी पहलुओं पर चर्चा करना उनके लिए सम्मान की बात है। उन्होंने इस साझेदारी को 'उन्नत रणनीतिक साझेदारी' का दर्जा देने के फैसले को भी महत्वपूर्ण बताया और कहा कि दोनों देश बुनियादी ढांचे, आवास, डिजिटल प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और सतत विकास जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।