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एनकाउंटर में मारा गया झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू, डीजीएम मर्डर केस से था कनेक्शन

 16 Sep 2025

झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मंगलवार को एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस के मुताबिक, अमन साहू को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से झारखंड की राजधानी रांची लाया जा रहा था। इसी दौरान पलामू जिले के चैनपुर इलाके में उसने पुलिसकर्मी से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश की। भागने के दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी की, जिसमें एक जवान घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने उसे ढेर कर दिया।  पलामू की एसपी रेशमा रमेशन ने इस एनकाउंटर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अमन साहू का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है और उस पर झारखंड में हत्या, रंगदारी, जबरन वसूली समेत 100 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज थे। हाल ही में झारखंड के हजारीबाग में एनटीपीसी (NTPC) के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या में भी उसका नाम सामने आया था।


जेल से रांची ले जाते समय भागने की कोशिश


पुलिस के अनुसार, कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू फिलहाल छत्तीसगढ़ के रायपुर सेंट्रल जेल में बंद था। झारखंड पुलिस उसे रांची ले जाकर कई मामलों में पूछताछ करने वाली थी। जब पुलिस टीम उसे पलामू जिले के चैनपुर के पास लेकर पहुंची, तभी उसने एक एसटीएफ जवान से इंसास राइफल छीन ली और भागने की कोशिश करने लगा। भागते समय अमन साहू ने जवान पर गोली चला दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इस घटना के तुरंत बाद एसटीएफ ने उसे चारों तरफ से घेर लिया और जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ के दौरान अमन साहू को गोली लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का नाम झारखंड के बहुचर्चित NTPC डीजीएम मर्डर केस से भी जुड़ा हुआ था। यह घटना 8 मार्च को हजारीबाग जिले के केरेडारी में हुई थी, जब एनटीपीसी के डीजीएम रैंक के अधिकारी कुमार गौरव को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। डीजीएम कुमार गौरव रोज की तरह अपनी गाड़ी से ऑफिस जा रहे थे, तभी पहले से घात लगाए बदमाशों ने उनकी पीठ पर गोलियां दाग दीं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हत्याकांड के तार सीधे गैंगस्टर अमन साहू से जुड़े पाए गए थे। पुलिस के अनुसार, अमन साहू अपने गैंग के जरिए बड़े व्यापारियों और अधिकारियों से रंगदारी वसूलता था। हजारीबाग डीजीएम मर्डर केस के बाद पुलिस ने अमन साहू को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया था। आखिरकार उसे रायपुर से गिरफ्तार कर लिया गया था और झारखंड पुलिस उसे रांची लाकर पूछताछ करने वाली थी। लेकिन उससे पहले ही वह एनकाउंटर में मारा गया।

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