अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर तीखा हमला बोला है। ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू के दौरान जेलेंस्की पर अमेरिका से बेतहाशा धनराशि हड़पने और पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार को कमजोर करने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की ने बाइडेन प्रशासन से इस तरह से पैसे लिए जैसे कोई बच्चा किसी से कैंडी लेता है।ट्रंप ने कहा, "उन्होंने (जेलेंस्की) अमेरिका से पैसे हड़पने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बाइडेन प्रशासन से उन्होंने इतनी बड़ी रकम ऐसे हासिल कर ली जैसे कोई बच्चा कैंडी लेता है। यह बिल्कुल आसान था। लेकिन मैं देख रहा हूं कि उन्होंने इसके लिए कोई आभार नहीं जताया। हमने उन्हें 350 अरब डॉलर से अधिक दिए और वे अब अपने दम पर युद्ध लड़ने की बातें कर रहे हैं।"
बाइडेन सरकार की मदद के बावजूद जेलेंस्की ने नहीं जताया आभार: ट्रंप
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर वित्तीय मदद दी और अत्याधुनिक सैन्य हथियार उपलब्ध कराए, लेकिन इसके बावजूद जेलेंस्की ने अमेरिका के प्रति आभार व्यक्त नहीं किया। ट्रंप ने अपनी राष्ट्रपति कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में उन्होंने यूक्रेन को जैवलिन एंटी-टैंक मिसाइल सिस्टम उपलब्ध कराया, जबकि उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा ने ऐसा कुछ नहीं किया।
ट्रंप ने कहा, "मैंने उन्हें जैवलिन दिए। ओबामा ने उन्हें कुछ नहीं दिया। अगर मैं राष्ट्रपति होता तो रूस कभी यूक्रेन पर हमला नहीं करता और न ही इजरायल और हमास के बीच युद्ध होता। सात अक्टूबर जैसी घटना भी नहीं होती।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर उनके कार्यकाल के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध की स्थिति उत्पन्न होती, तो वह शांति समझौते के जरिए इसे टाल देते।
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने यह भी कहा कि यूक्रेन की तुलना में रूस के साथ शांति समझौता करना उनके लिए कहीं अधिक आसान होता। उन्होंने कहा, "मुझे यूक्रेन के साथ समझौता करना हमेशा मुश्किल लगता है, लेकिन रूस के साथ यह आसान होता। मैं पुतिन से बात करता और युद्ध रोक देता।"
ट्रंप ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन के लिए यह युद्ध कभी नहीं होता। उन्होंने दावा किया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनकी उपस्थिति में कभी भी यूक्रेन पर हमला करने का साहस नहीं किया था। ट्रंप ने कहा, "अगर मैं राष्ट्रपति होता तो रूस कभी यूक्रेन पर हमला नहीं करता और हमास-इजरायल युद्ध भी नहीं छिड़ता।"
पिछले सप्ताह ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई थी
पिछले सप्ताह अमेरिकी मीडिया में एक बड़ी खबर तब सामने आई जब वाशिंगटन डीसी के ओवल ऑफिस में डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बहस इतनी गंभीर हो गई कि जेलेंस्की बिना किसी मिनरल डील (खनिज संपदा समझौते) पर हस्ताक्षर किए ही अमेरिका छोड़कर वापस यूक्रेन लौट गए दोनों नेताओं के बीच बैठक हो रही थी, तब ट्रंप ने जेलेंस्की को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि यूक्रेन को युद्ध समाप्त करना है, तो उसे अंततः रूस के साथ शांति समझौता करना ही होगा। ट्रंप ने कहा था, "आप लाखों लोगों की जिंदगियों के साथ खेल रहे हैं। आपका देश खतरे में है और आप इसे अब तक समझ नहीं रहे हैं।"
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