कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर की गई सख्त टिप्पणी की सराहना की है, खासकर उन नेताओं के बारे में जो पर्दे के पीछे से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन करते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के बयान का स्वागत करते हुए कहा कि वह उन नेताओं को पहचानने की प्रक्रिया को सकारात्मक कदम मानते हैं, जो पार्टी की विचारधारा से बाहर जाकर भाजपा के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को एक पोस्ट में राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी को ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं की पहचान करनी होगी, जो कांग्रेस की मूल विचारधारा से भटक चुके हैं।
राहुल गांधी ने शनिवार को अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट रूप से कहा था कि कांग्रेस का पहला उद्देश्य दो प्रकार के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अलग करना है - एक वह जो पार्टी की विचारधारा को अपने दिल में रखते हैं और जनता के साथ खड़े हैं, और दूसरा वह जो जनता से कट चुके हैं और जिनमें से आधे भाजपा के साथ हैं। उन्होंने इस स्थिति में पार्टी को मजबूत करने के लिए ऐसी ताकतों की छंटनी करने और सख्त कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया। यहां तक कि उन्होंने पार्टी से निष्कासन की भी चेतावनी दी थी।
इसके बाद दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर राहुल गांधी के बयान की सराहना करते हुए कहा कि यह बिल्कुल सही है कि कांग्रेस को अपने गद्दार नेताओं और कार्यकर्ताओं से निजात पाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी याद किया कि जब वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए गए थे, तो उन्हें आरएसएस के खिलाफ कुछ भी बोलने से मना किया गया था, क्योंकि यह हिंदू समुदाय को नाराज कर सकता था। उनका कहना था कि उस वक्त उन्हें यह निर्देश दिया गया था कि वे संघ के खिलाफ न बोलें, लेकिन आज वे इस बात को पूरी तरह से नकारते हैं।
दिग्विजय सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि आरएसएस, जो स्वयं को हिंदू धर्म का रक्षक बताता है, असल में हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। उन्होंने कहा कि आरएसएस सिर्फ धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करता है और उनका शोषण करता है, जबकि हिंदू धर्म के असली गुरु शंकराचार्य की परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है और आज भी लोग उस परंपरा का पालन कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने पूछा कि आज के समय में कौन सा शंकराचार्य भाजपा और आरएसएस का समर्थन करता है? उन्होंने आरएसएस और भाजपा को एक ऐसे शोषक वर्ग के रूप में प्रस्तुत किया, जिसका मुख्य उद्देश्य धर्म के नाम पर सत्ता प्राप्त करना और जनता को धोखा देना है।