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कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी का ट्रंप पर हमला, कहा- 'हम कभी अमेरिका का हिस्सा नहीं बनेंगे’

 17 Sep 2025

कनाडा के नवनियुक्त प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पद संभालने के बाद अपनी पहली बड़ी प्रतिक्रिया में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा हमला किया। उन्होंने ट्रंप का नाम लिए बिना यह स्पष्ट रूप से कहा कि कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा बनने का ख्वाब नहीं देखेगा। यह टिप्पणी उन हालिया घटनाक्रमों के बाद आई है, जिनमें ट्रंप ने कनाडा को लेकर कई विवादित बयान दिए हैं। जबसे ट्रंप सत्ता में आए हैं, उन्होंने कनाडा के खिलाफ कई बार आक्रामक रुख अपनाया है। सबसे पहले उन्होंने कनाडा पर टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, और अब ट्रंप का यह कहना है कि अमेरिका और कनाडा के बीच की सीमा का पुनर्निर्धारण किया जाना चाहिए। इस बीच, जस्टिन ट्रूडो की सरकार के खिलाफ अपनी ही पार्टी में असंतोष के बाद, अब अर्थशास्त्री और ट्रूडो सरकार के मंत्री रहे मार्क कार्नी को प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। 


कार्नी ने अपनी नियुक्ति के बाद कहा कि लिबरल पार्टी पूरी तरह से एकजुट है और कनाडा के हितों को ध्यान में रखते हुए पहले की तरह काम करती रहेगी। उन्होंने कहा, "हमने इस देश को दुनिया का सबसे महान देश बनाया है, और अब हमारे पड़ोसी इसे कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा।" मार्क कार्नी ने स्पष्ट किया कि अमेरिका कनाडा के संसाधनों, जैसे पानी, भूमि, और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करना चाहता है। कार्नी ने कहा कि अगर अमेरिका अपनी इस कोशिश में सफल हो जाता है, तो कनाडा का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका एक ऐसी संस्कृति को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है, जो कि कनाडा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जबकि कनाडा हमेशा विविधता और समानता का सम्मान करता है। इस संदर्भ में कार्नी ने फिर से दोहराया कि कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं बन सकता और न ही वह ऐसा होने देगा। मार्क कार्नी, जो पहले ‘बैंक ऑफ कनाडा’ के प्रमुख रहे हैं और ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ में भी महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं, ने विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में कनाडा आर्थिक चुनौतियों से बाहर निकलने में सफल रहेगा। 

उन्होंने कहा, "कोई है जो हमारी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है," और उनका सीधा इशारा डोनाल्ड ट्रंप की ओर था। ट्रंप ने कनाडा के उत्पादों, वस्तुओं और जीवनयापन के साधनों पर अनुचित शुल्क लगाए हैं, जो कनाडाई परिवारों, श्रमिकों और व्यवसायों के लिए बहुत परेशानी का कारण बन रहे हैं। कार्नी ने कहा, "हमने यह लड़ाई शुरू नहीं की, लेकिन जब कोई हमें तंग करता है, तो कनाडा के लोग पीछे नहीं हटते।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कनाडा तब तक जवाबी शुल्क लगाए रखेगा, जब तक अमेरिका अपनी नीतियों को नहीं बदलता। कार्नी ने अपने संबोधन में यह भी जोड़ा कि ट्रंप की ओर से कनाडा पर शुल्क लगाए जाने के बाद देश में कई लोग अब अमेरिका से जुड़ी अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं और कुछ लोग तो अमेरिकी सामान से बचने की कोशिश कर रहे हैं। यह सब उस समय हो रहा है जब ट्रंप ने कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने की धमकी दी थी, जिससे कनाडा में असंतोष बढ़ गया है। इस स्थिति में, कार्नी ने बर्फीली स्थिति को सुलझाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि कनाडा की राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता को बचाने के लिए वे किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेंगे।

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