दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla ने आखिरकार भारत में एंट्री की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हाल ही में कंपनी ने विभिन्न लोकेशनों पर कर्मचारियों की भर्ती के लिए आवेदन जारी किए हैं। लेकिन एलन मस्क (Elon Musk) के नेतृत्व वाली यह कंपनी अमेरिका में हर किसी को खुश नहीं कर रही है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को Tesla का भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का फैसला रास नहीं आ रहा है।
ट्रम्प ने जताई नाराजगी, बताया 'अनुचित'
ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर Tesla भारत में टैरिफ से बचने के लिए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाती है, तो यह अमेरिका के लिए "बहुत अनुचित" होगा। फॉक्स न्यूज के शो में सीन हैनिटी से बातचीत के दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की। ट्रंप ने यह भी कहा कि दुनिया के कई देश टैरिफ लगाकर अमेरिका का फायदा उठाते हैं, जिससे अमेरिकी कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार करना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान उन्होंने भारत में कारों पर लगने वाले ऊंचे टैरिफ की आलोचना की थी।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, Tesla ने भारत में रिटेल मार्केट में प्रवेश करने के लिए दो प्रमुख शहरों – दिल्ली और मुंबई को चुना है। कंपनी इन दोनों लोकेशनों पर अपने पहले शोरूम खोलने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि एलन मस्क की कंपनी 2023 के अंत से ही शोरूम स्पेस की तलाश कर रही थी, लेकिन नीतिगत अड़चनों के कारण इसमें देरी हो रही थी। अब कंपनी तेजी से अपने भारतीय परिचालन को विस्तार देने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
Tesla की भारत में एंट्री का लंबा इंतजार
Tesla काफी समय से भारतीय बाजार में प्रवेश की योजना बना रही थी, लेकिन हाई इंपोर्ट ड्यूटी की वजह से वह अब तक पीछे हटती रही। हालांकि, हाल ही में भारत सरकार ने अपनी नीति में बदलाव किया है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों को बड़ा फायदा मिलने की संभावना है।
सरकार ने 40,000 डॉलर से अधिक कीमत वाली लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों पर कस्टम ड्यूटी को 110% से घटाकर 70% कर दिया है। इस नीति में बदलाव के चलते विदेशी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार अधिक आकर्षक हो गया है। ऐसे में Tesla की भारत में एंट्री को लेकर उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।