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Jharkhand: "स्वस्थ की दिशा में बड़ा कदम, गुटखा और पान मसाले की बिक्री और सेवन पर रोक"

 28 Oct 2025

झारखंड सरकार ने प्रदेश में गुटखा और पान मसाले की बिक्री, भंडारण और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस कड़े कदम की घोषणा करते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के "स्वस्थ झारखंड" के सपने को साकार करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल बताया। उनका कहना है कि यह प्रतिबंध सिर्फ एक कानूनी आदेश नहीं, बल्कि झारखंड के युवाओं को नशे की जकड़ से बचाने का मजबूत संकल्प है। इस फैसले के पीछे राज्य में गुटखा और पान मसाले के बढ़ते सेवन से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य संकट है।

डॉ. अंसारी ने साफ शब्दों में कहा कि स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि गुटखा और पान मसाले के कारण कैंसर जैसी घातक बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, और यह नशा युवाओं को धीरे-धीरे मौत की ओर धकेल रहा है। एक डॉक्टर होने के नाते वे भली-भांति समझते हैं कि इन उत्पादों में मौजूद विषैले तत्व शरीर को किस हद तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा, "जब जनता ने मुझे स्वास्थ्य मंत्री बनाया है, तो मेरा पहला कर्तव्य उनके जीवन की रक्षा करना है। मैं अपने युवाओं को बर्बाद होते नहीं देख सकता।"

सरकार ने इस प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए कड़े दंडात्मक प्रावधान लागू करने की बात कही है। गुटखा और पान मसाले की बिक्री, भंडारण या सेवन करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गुटखा माफियाओं और अवैध कारोबारियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। यदि किसी दुकान, गोदाम या व्यक्ति के पास इन प्रतिबंधित पदार्थों का भंडार पाया जाता है, तो न केवल गोदाम सील कर दिए जाएंगे, बल्कि सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

इस आदेश के पालन को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि अनेक माताएं और बहनें उनसे गुहार लगा रही थीं कि उनके बच्चे और भाई नशे की गिरफ्त में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने इन परिवारों की पीड़ा को महसूस किया और उसी संवेदनशीलता के साथ यह कठोर निर्णय लिया। उनके अनुसार, यह सिर्फ एक सरकारी आदेश नहीं, बल्कि उन परिवारों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को गुटखा और पान मसाले के कारण कैंसर जैसी भयावह बीमारी में खो दिया।

यह निर्णय झारखंड को एक मिसाल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। डॉ. अंसारी ने उम्मीद जताई कि यह पहल पूरे राज्य में एक सकारात्मक बदलाव लाएगी और अन्य राज्य भी इससे प्रेरणा लेकर इसी तरह के प्रतिबंध लागू करेंगे। उन्होंने जनता और अधिकारियों से इस फैसले को एक मिशन की तरह लेने और झारखंड को पूरी तरह गुटखा मुक्त राज्य बनाने में सहयोग करने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्री ने अपने दायित्व को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि जब जनता ने एक डॉक्टर को स्वास्थ्य मंत्री चुना है, तो वे अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक झारखंड की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार नहीं होगा और प्रदेश के लोग स्वस्थ नहीं होंगे, तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे। गुटखा और पान मसाले पर प्रतिबंध लगाने के इस साहसिक फैसले की हर ओर सराहना हो रही है।

विशेषज्ञों और सामाजिक संगठनों ने इसे झारखंड के युवाओं और परिवारों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए अब तक का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय बताया है। यह केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने वाला कदम नहीं है, बल्कि समाज को नशे से मुक्त करने की दिशा में भी एक क्रांतिकारी पहल है। इस प्रतिबंध की घोषणा करते हुए डॉ. अंसारी ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि झारखंड एक स्वस्थ और नशामुक्त राज्य बने। जीवन अनमोल है, इसे गुटखा और पान मसाले जैसी घातक चीजों से खोने की अनुमति नहीं दी जा सकती। यह निर्णय झारखंड के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, और हमें इस पर गर्व होना चाहिए।"

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