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कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से दूरी बनाई, जयराम रमेश ने कहा- यह हमारी नीति से मेल नहीं खाता

 29 Oct 2025

भारतीय ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा, जो अक्सर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं, ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिसने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा के तीव्र हमलों के बाद, कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट रूप से सैम पित्रोदा के बयान से खुद को अलग कर लिया है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने इस मामले में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि सैम पित्रोदा का बयान पार्टी के विचारों से मेल नहीं खाता। उन्होंने लिखा, "सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं।"


चीन पर मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर उठाए सवाल


जयराम रमेश ने अपने पोस्ट में आगे कहा, "चीन हमारे लिए सबसे बड़ी विदेश नीति, बाहरी सुरक्षा और आर्थिक चुनौती बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने बार-बार मोदी सरकार के चीन के प्रति दृष्टिकोण पर सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून, 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा चीन को सार्वजनिक रूप से क्लीन चिट देने का मामला भी शामिल है। हमारी पार्टी का सबसे हालिया बयान 28 जनवरी, 2025 को था। यह भी खेदजनक है कि संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करने और इन चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए सामूहिक संकल्प व्यक्त करने का अवसर नहीं दिया जा रहा है।"

सैम पित्रोदा का बयान


कांग्रेस के विदेश इकाई के प्रमुख सैम पित्रोदा ने चीन के बारे में कहा, "चीन से खतरे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है और भारत का दृष्टिकोण हमेशा टकरावपूर्ण रहा है।" पित्रोदा ने यह भी कहा, "अब समय आ गया है कि देशों को एक-दूसरे से सहयोग करना चाहिए, न कि टकराव। हमें अपनी मानसिकता को बदलने की जरूरत है और यह मानना बंद करना होगा कि चीन पहले दिन से ही दुश्मन है।"

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