अमेरिका में छिपकर अपने गिरोह चला रहे भारतीय गैंगस्टर्स के खिलाफ अब शिकंजा कसने वाला है। भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे 12 कुख्यात अपराधियों की सूची तैयार की है, जिन्हें भारत वापस लाने की योजना बनाई जा रही है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह सूची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान वाशिंगटन के अधिकारियों को सौंपी जाएगी। इस सूची में लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बराड़ जैसे कुख्यात गैंगस्टर्स के नाम शामिल हैं।
सरकार का सख्त रुख, अमेरिका से प्रत्यर्पण की तैयारी
गृह मंत्रालय के निर्देश पर तैयार की गई इस सूची में अपराधियों के विस्तृत क्रिमिनल रिकॉर्ड भी जोड़े गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन अपराधियों के प्रत्यर्पण को लेकर अमेरिकी अधिकारियों से प्रभावी वार्ता करने की उम्मीद कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस सूची के साथ एक विस्तृत नोट भी संलग्न किया गया है, जिसमें बताया गया है कि भारत इन गैंगस्टर्स को कैसे वापस ला सकता है। गोल्डी बराड़ के अलावा इस सूची में दरमनजोत सिंह काहलों (उर्फ दरमन काहलों), अमृतपाल सिंह, हरजोत सिंह, हरबीर सिंह, नवरूप सिंह, स्वर्ण सिंह उर्फ फौजी, साहिल कैलाश रिटौली, योगेश उर्फ बॉबी बेरी, आशु उर्फ भानु प्रताप संभली और अमन सांभी के नाम शामिल हैं।
अनमोल बिश्नोई पर गंभीर आरोप
लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है। पिछले साल नवंबर में अनमोल को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल वहां की जेल में बंद है। हाल ही में, मुंबई की एक अदालत ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में अनमोल बिश्नोई और दो अन्य अपराधियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। केंद्र सरकार ने गोल्डी बराड़ को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया है। गोल्डी बराड़ को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड माना जाता है। पंजाब के फरीदकोट से ताल्लुक रखने वाले गोल्डी का असली नाम सतिंदरजीत सिंह है। वह 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था और बाद में कैलिफोर्निया शिफ्ट हो गया।
पाकिस्तान से भी जुड़े हैं इन गैंगस्टर्स के तार
सूत्रों के मुताबिक, सूची में शामिल अपराधियों में से कई पाकिस्तान के तस्करों के संपर्क में हैं और भारत में हथियारों, विस्फोटकों और नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल हैं। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दरमनजोत सिंह अमृतसर के तलवंडी खुमान गांव का रहने वाला है और पाकिस्तान से भारत में हथियारों और हेरोइन की तस्करी जैसे मामलों में संलिप्त पाया गया है। भारतीय एजेंसियां इन अपराधियों को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए अमेरिका के अधिकारियों के साथ कूटनीतिक और कानूनी स्तर पर प्रयास तेज कर रही हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया जाएगा। यदि भारत इन गैंगस्टर्स का प्रत्यर्पण करवाने में सफल होता है, तो यह संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता होगी।