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"सतत विकास के लिए एआई को सही दिशा में ले जाना जरूरी" - पेरिस में पीएम मोदी

 05 Nov 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पेरिस में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) समिट को संबोधित करते हुए कहा कि एआई स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार कर लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बना सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की यात्रा को "आसान और तेज़" बना सकता है, लेकिन इसके लिए वैश्विक संसाधनों और प्रतिभा को एक साथ लाने की जरूरत है।


एआई का लोकतंत्रीकरण और निष्पक्षता ज़रूरी


पीएम मोदी ने एआई की शक्ति को सही दिशा में उपयोग करने पर बल देते हुए कहा कि हमें गुणवत्तापूर्ण, निष्पक्ष और पक्षपात-मुक्त डेटा सेट विकसित करने चाहिए। साथ ही, एआई को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए तकनीकी लोकतंत्रीकरण को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि एआई से संबंधित साइबर सुरक्षा, गलत सूचना और डीपफेक जैसी चुनौतियों का समाधान करना आवश्यक है। "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह तकनीक स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में विकसित हो, जिससे यह प्रभावी और उपयोगी साबित हो सके," पीएम मोदी ने कहा।

एआई से नौकरियों का संकट नहीं, बल्कि नए अवसर पैदा होंगे


एआई के कारण नौकरियों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण पहलू है, लेकिन इतिहास गवाह है कि नई तकनीकों के आने से रोजगार खत्म नहीं होते, बल्कि उनकी प्रकृति बदल जाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें अपने नागरिकों को एआई आधारित भविष्य के लिए तैयार करना होगा और उनके कौशल को निखारने में निवेश करना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल साउथ में एआई की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि अधिकतर विकासशील देशों के पास कंप्यूटिंग पावर, बिजली, डेटा और वित्तीय संसाधनों की कमी है, इसलिए सभी को समान अवसर देने के लिए वैश्विक स्तर पर सामूहिक प्रयास किए जाने चाहिए।

वैश्विक शासन और मानकों की आवश्यकता


प्रधानमंत्री मोदी ने एआई से जुड़े वैश्विक शासन और मानकों की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह सिर्फ प्रतिद्वंद्विता और चुनौतियों को प्रबंधित करने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि नवाचार को बढ़ावा देने और विश्व कल्याण के लिए इसे लागू करने की दिशा में भी कार्य होना चाहिए।   पीएम मोदी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन की मेजबानी की और भारत को इसकी सह-अध्यक्षता का अवसर दिया। उन्होंने कहा, "एआई इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है और इसका प्रभाव हमारी राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज पर पड़ रहा है।"

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