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दिल्ली में गठबंधन की कमी बनी हार की वजह, कांग्रेस नेता ने खुद की पार्टी को ठहराया दोषी

 06 Nov 2025

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के लिए अपनी ही पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। उनका मानना है कि अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने गठबंधन में चुनाव लड़ा होता, तो नतीजे कुछ और होते। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को सहयोगियों का सम्मान करने की नसीहत दी और यह भी कहा कि भाजपा की जीत से मुस्लिम समुदाय के बीच चिंता बढ़ गई है।


गठबंधन नहीं हुआ, इसलिए भाजपा जीती – अल्वी


राशिद अल्वी ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी को तय करना होगा कि भविष्य में अकेले चुनाव लड़ना है या गठबंधन के साथ। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा, "इंडिया गठबंधन के कई साथियों ने हमारे खिलाफ काम किया। कांग्रेस नेतृत्व को यह तय करना होगा कि उसे सहयोगियों के साथ जाना है या अकेले। दिल्ली में भाजपा हमारी वजह से जीती। यदि हम और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ते, तो भाजपा की जीत नामुमकिन थी।"

भाजपा की जीत से मुस्लिम समुदाय में चिंता


अल्वी ने यह भी कहा कि भाजपा की जीत से मुस्लिम समुदाय के मन में असुरक्षा की भावना बढ़ी है। उन्होंने कहा, "दिल्ली में जो हुआ, उसने खासकर मुसलमानों को चिंता में डाल दिया है। बाबरी मस्जिद के बाद बड़ी मुश्किल से मुसलमानों को कांग्रेस के साथ जोड़ा गया था, लेकिन इस चुनाव ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया है कि भाजपा की जीत हमारी गलती से हुई है।" राशिद अल्वी ने कांग्रेस हाईकमान को याद दिलाया कि लोकसभा में मिली 99 सीटों में से 60-65 सीटें गठबंधन की बदौलत आई थीं। उन्होंने कहा, "अगर भाजपा को हराना है, तो इंडिया गठबंधन को मजबूत करना होगा। हमें अपने सहयोगियों का सम्मान करना होगा और उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ना होगा।"

दिल्ली में कांग्रेस को सिर्फ 6% वोट मिले


दिल्ली विधानसभा उपचुनाव के आंकड़ों का हवाला देते हुए अल्वी ने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ 6% वोट मिले, जबकि आम आदमी पार्टी महज 2% के अंतर से हारी। उन्होंने कहा, "इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। दिल्ली में कांग्रेस को केवल 6% वोट मिले हैं। आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच महज 2% वोटों का अंतर था। हमें यह भी देखना होगा कि हमारे गठबंधन साथी केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार और यूपी में हमारे बारे में क्या सोच रहे हैं।"

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