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डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर पाकिस्तान को मिलने वाली विदेशी सहायता घटी, कई प्रोजेक्ट्स पर रोक

 04 Dec 2025

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान को एक बड़ा और अप्रत्याशित झटका लगा है। ट्रंप प्रशासन ने एक आदेश जारी किया, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान को मिलने वाली सभी विदेशी सहायता रोक दी गई है। इस आदेश के बाद पाकिस्तान में चल रहे कई अहम विकासात्मक प्रोजेक्ट्स पर ताला लग गया है, जिससे देश में कई महत्वपूर्ण कार्यों की गति रुक गई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को मिलने वाली मदद की विस्तृत समीक्षा करने का निर्णय लिया है, और जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक सभी प्रकार की विदेशी सहायता पर रोक जारी रहेगी। इस कारण से पाकिस्तान में अमेरिकी सहायता से चलने वाली कई परियोजनाओं को गंभीर रूप से नुकसान हुआ है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन की इस नीति का सबसे ज्यादा प्रभाव यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डिवेलपमेंट (USAID) द्वारा पाकिस्तान में चलाए जा रहे प्रोजेक्ट्स पर पड़ा है, जो अब रुक गए हैं। 


इसके साथ ही, एम्बेस्डर्स फंड फॉर कल्चरल प्रिजर्वेशन की ओर से चल रही परियोजनाओं पर भी रोक लग गई है। यह फंड पाकिस्तान के ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और उनके रखरखाव के लिए काम कर रहा था। कराची में स्थित अमेरिकी कांसुलेट ने भी इस मामले की पुष्टि की है और कहा है कि ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को मिलने वाली मदद की समीक्षा का निर्णय लिया है, जिससे यह रोक लगाई गई है। इस फैसले के बाद, पाकिस्तान में ऊर्जा क्षेत्र के 5 महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स बंद हो गए हैं, जिनमें से एक पाकिस्तान क्लाइमेट फाइनेंसिंग एक्टिविटी है, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए था। दूसरा प्रोग्राम क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में था, जिसे अब रोक दिया गया है। इसके अलावा, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले 4 प्रोजेक्ट्स भी प्रभावित हुए हैं, जिनमें से एक सोशल प्रोटेक्शन एक्टिविटी प्रोग्राम था, जो 2025 तक चलने वाला था। इन परियोजनाओं को स्थगित करने से पाकिस्तान के सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय विकास पर नकारात्मक असर पड़ेगा। यह रोक स्वास्थ्य, कृषि, खाद्य सुरक्षा, बाढ़, मौसम, और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है।

 इसके अलावा, गवर्नेंस और मानवाधिकार से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लिए भी फंड की कमी होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। जियो न्यूज के अनुसार, कुछ परियोजनाएं तो स्थायी रूप से बंद भी हो सकती हैं, जिससे पाकिस्तान की विकास योजनाओं को झटका लग सकता है। अमेरिकी मदद पर यह रोक पाकिस्तान की पहले से संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को और गहरा संकट दे सकती है। अमेरिका की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के तहत ट्रंप प्रशासन विदेशों में होने वाले खर्चों को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है, और पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो रहा है। पाकिस्तान पहले से ही आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं से लगातार कर्ज ले रहा था, और इस अमेरिकी कदम ने उसकी आर्थिक स्थिति को और मुश्किल बना दिया है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कुल कितने प्रोजेक्ट्स अमेरिकी मदद से प्रभावित हुए हैं, लेकिन यह निश्चित है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर इस फैसले का गहरा प्रभाव पड़ेगा। 

 इस फैसले से पाकिस्तान में सरकार और आम लोगों के बीच निराशा और आक्रोश की स्थिति पैदा हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अमेरिकी सहायता से चल रही परियोजनाओं की मदद से सुधार हो रहा था। इस फैसले से पाकिस्तान को एक नई आर्थिक और सामाजिक चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

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