Article

दिल्ली के बुराड़ी में चार मंजिला इमारत ढहने से 5 की मौत, दो बहनों की दर्दनाक मौत

 10 Dec 2025

दिल्ली के बुराड़ी क्षेत्र में सोमवार शाम एक चार मंजिला इमारत अचानक ढह गई, जिससे हर कोई दंग रह गया। यह हादसा इस तरह हुआ, जैसे ताश के पत्ते ढह जाते हैं, और इसके परिणामस्वरूप अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है। इसके साथ ही 16 अन्य व्यक्तियों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस दर्दनाक हादसे में मृतकों में दो सगी बहनें भी शामिल हैं, जिनकी मौत एक साथ हुई। सात साल की राधिका, जो अपनी 18 साल की बहन साधना की ममतामयी देखभाल करती थी, हमेशा एक-दूसरे का ख्याल रखती थी और दोनों को हमेशा साथ देखा जाता था। लेकिन इस दिल दहला देने वाले हादसे में दोनों बहनों की दर्दनाक मौत हो गई।


 बचावकर्मियों ने मलबे से दोनों बहनों के शवों को बरामद किया। उनकी माता-पिता और छह अन्य भाई-बहन जिन्हें हादसे के तुरंत बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था, उनका इलाज अस्पताल में जारी है। उनके 60 वर्षीय नाना धनीराम ने बताया कि “हमारे बच्चे बहुत खुशी-खुशी मध्य प्रदेश में नानी के घर शादी के कार्यक्रम के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे। जैसे ही मैंने टीवी पर इस हादसे की खबर देखी, मैं बिना समय गवाए यहां पहुंचा क्योंकि किसी ने भी फोन नहीं उठाया।” धनीराम ने यह भी बताया कि उनकी छोटी बेटी की शादी 15 फरवरी को उनके पैतृक गांव में होनी थी और परिवार ने मंगलवार के लिए ट्रेन टिकट बुक कर लिया था। वे सभी शादी की खरीदारी करने और समारोह के लिए बेहद उत्साहित थे, लेकिन यह दुखद हादसा ठीक एक दिन पहले हो गया।

 इस हादसे में लल्लू और सविता की दो बेटियों की जान गई है। दंपती इस समय ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं, लेकिन उन्हें अपनी बेटियों के निधन के बारे में अभी तक जानकारी नहीं दी गई है। लल्लू के साले नीरज ने बताया कि उनका परिवार महोबा का निवासी है। लल्लू एक साल पहले दिल्ली में काम की तलाश में आए थे और इसी चार मंजिला इमारत में चौकीदारी का काम करते थे। उनकी पत्नी सविता भी इस काम में उनका सहयोग करती थीं। 

हादसे के बाद पूरे परिवार को सुरक्षित मलबे से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन राधिका और संध्या मलबे में दबकर बुरी तरह घायल हो गईं। यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक गहरी मानसिक और भावनात्मक चोट है। परिवार के सदस्य अब इस दुखद दुर्घटना के बाद सदमे में हैं और इस असहनीय क्षति को झेलने की कोशिश कर रहे हैं। यह हादसा उन लोगों के लिए भी एक चेतावनी है, जो भवन निर्माण और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के बारे में अनदेखी करते हैं, और ऐसे हादसों के कारण निर्दोष लोग अपनी जान गंवा देते हैं।