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‘हमे कच्चे माल से आगे बढ़ने की जरुरत, ट्रेंड बदल रहा है, सब कुछ ख़ुद तैयार करना होगा’- नरेंद्र मोदी

 11 Dec 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में भारत की अर्थव्यवस्था के विकास को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने यह कहा कि अब यह स्वीकार नहीं किया जा सकता कि भारत से कच्चा माल विदेशों में भेजा जाए, वहां उसे फिनिश उत्पाद के रूप में तैयार किया जाए, और फिर हम उसे खरीदें। प्रधानमंत्री ने इस बदलते ट्रेंड पर जोर देते हुए कहा कि अब भारत इस पुरानी प्रक्रिया को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। अब भारत में न केवल कच्चे माल का उत्पादन होगा, बल्कि उसे फिनिश उत्पाद के रूप में तैयार किया जाएगा और निर्यात भी किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात उत्कर्ष ओडिशा कॉन्क्लेव के उद्घाटन के दौरान कही, जहां उन्होंने देश की तेज़ और संतुलित वृद्धि के लिए कच्चे माल के निर्यात से आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि केवल कच्चे माल का निर्यात करके भारत की अर्थव्यवस्था की प्रगति संभव नहीं हो सकती। 


इसके लिए एक मजबूत इकोसिस्टम का निर्माण करना जरूरी है, जिसमें न केवल उत्पादन बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण भी शामिल हो। उन्होंने ओडिशा का उदाहरण देते हुए कहा कि इस राज्य में लंबे समय तक कच्चे लोहे का निर्यात दूसरे देशों में किया जाता था, लेकिन अब सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि जिन संसाधनों की ओडिशा में प्रचुरता है, उनके आधार पर यहां औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित की जाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि अब भारत में उत्पादन की दिशा में बदलाव हो रहा है। भारत अब केवल कच्चे माल के निर्यात पर निर्भर नहीं रहेगा, बल्कि यहां पर मूल्यवर्धन और नवनिर्मित उत्पादों का निर्यात किया जाएगा, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, "अब समय आ गया है कि भारत को खुद को बदलने का मौका मिले और हम अपने उत्पादों को फिनिश कर विदेशों को बेचने के बजाय खुद ही उनका निर्माण कर उन्हें वैश्विक बाजार में भेजें।" 

 इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की आकांक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस युग में देश की ताकत केवल तकनीकी विकास में नहीं है, बल्कि भारत की जनता की आकांक्षाओं में भी है। उन्होंने कहा कि जब देशवासियों की जरूरतें पूरी होने लगती हैं, तब उनकी आकांक्षाएँ नई ऊंचाइयों तक पहुंचती हैं। पिछले एक दशक में भारत में हर क्षेत्र में प्रगति हुई है, और ओडिशा जैसे राज्य इस प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी को इंफ्रास्ट्रक्चर और मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी की सदी करार दिया और कहा कि यह दौर ऐसे लोगों के लिए है जो अपनी कनेक्टिविटी को बेहतर बनाते हैं। उन्होंने इस दिशा में सरकार द्वारा किए गए बड़े निवेशों का जिक्र करते हुए कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी के जरिए विकास को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, ऊर्जा सुरक्षा पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया हरित भविष्य की ओर बढ़ रही है, और भारत भी इस दिशा में काम कर रहा है। 

सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन जैसी तकनीकों पर ध्यान दिया जा रहा है, जो न केवल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेंगी, बल्कि देश को हरित ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाने में मदद करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा को लेकर कहा कि वह इस राज्य को देश के विकास इंजन के रूप में मानते हैं, और ओडिशा का योगदान भारत के आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा, "ओडिशा में संसाधनों की प्रचुरता है और हम इस राज्य के विकास में विशेष ध्यान देंगे ताकि भारत की विकास यात्रा को और गति मिले।"

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