तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर संविधान को बदलने की कोशिशों का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक विवादास्पद टिप्पणी की, जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना ग्यारहवीं शताब्दी के आक्रमणकारी महमूद गजनी से की, जिन्होंने भारत पर बार-बार हमला किया था। रेवंत रेड्डी ने महमूद गजनी के भारत पर किए गए हमलों का हवाला देते हुए कहा, "जैसे महमूद गजनी ने बार-बार भारत पर हमला किया, वैसे ही प्रधानमंत्री मोदी संविधान को बदलने और आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।"
यह बयान रेवंत रेड्डी ने सोमवार को कांग्रेस द्वारा आयोजित 'जय बापू-जय भीम-जय संविधान' रैली के दौरान दिया। रैली मध्य प्रदेश के महू में हुई थी, जो कि भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली है। रेवंत रेड्डी ने इस मौके पर कहा, "संविधान को बदलने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन हम उसे बचाने के लिए दृढ़ता से खड़े हैं। यही वजह है कि हम आज महू में एकत्र हुए हैं।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि मोदी की कोशिशें असफल रहेंगी, क्योंकि संविधान को बचाने के लिए देश के जागरूक नागरिक खड़े हैं।
रेवंत रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार अंबेडकर, संविधान और आरक्षण की व्यवस्था का मजाक उड़ाने का काम कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने का सपना देखा था, ताकि वे संविधान को बदल सकें। लेकिन, उन्हें सिर्फ 240 सीटें मिलीं, जिसके कारण उनकी योजना को लागू करने में विफलता आई।
इसके बाद भाजपा की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने रेवंत रेड्डी से माफी की मांग करते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणी कांग्रेस की "जहरीली मानसिकता" को उजागर करती है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बेहद शर्मनाक! महमूद गजनी, जिन्होंने भारत पर 17 बार आक्रमण किए, को भारत के सबसे लोकप्रिय और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ने की कोशिश करना कांग्रेस की नफरत और जहरीली मानसिकता का परिचायक है।"